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योजक चिह्न- योजक चिह्न का प्रयोग कहाँ-कहाँ, कब और कैसे होता है? | Yojak Chihna hindi me

  • BY:
     RF competition
  • Posted on:
    August 22, 2021

योजक चिह्न-

दो पृथक शब्दों को जोड़ने वाले चिह्न (-) को योजक चिह्न कहते हैं।
नीचे उदाहरण देखिए–
(अ) साहित्य मीमांसकों ने इसी दृष्टि से युद्ध-वीर, दान-वीर, दया-वीर, इत्यादि भेद किए हैं।
(आ) उससे मिलने के लिए दौड़ पड़ेंगे और उसके ठहरने आदि के प्रबंध में प्रसन्न-मुख, इधर-उधर, आते-जाते दिखाई देंगे।
(इ) सब कामों में साहस अपेक्षित नहीं होता, पर थोड़ा-बहुत, आराम-विश्राम आदि का प्रयास करना पड़ता है और दस-पाँच क़दम चलना ही पड़ता है।
उपर्युक्त रेखांकित शब्दों के मध्य में (-) चिह्न का प्रयोग किया गया है।

इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. समास के प्रकार, समास और संधि में अन्तर
2. संधि - स्वर संधि के प्रकार - दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण और अयादि
3. वाक्य – अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकार

इसे सामासिक या विभाजक चिह्न भी कहते हैं।
यदि योजक (सामासिक या विभाजक) चिह्न का ठीक - ठीक ध्यान न रखा जाए तो अर्थ और उच्चारण से संबद्ध अनेक प्रकार की त्रुटियाँ हो सकती हैं।
जैसे- भू-तत्व का अर्थ है भूमि से संबंधित तत्व यदि भूतत्व (बिना योजक चिह्न) लिखा जाए तो भूत (भूत + त्व = भूतत्व) शब्द का भाव वाचक संज्ञा रूप बन जाएगा।
अत: योजक चिह्न (-) का प्रयोग सावधानी से करना आवश्यक है।

योजक चिह्न का प्रयोग निम्नलिखित स्थितियों में होता है–
1. तत्पुरुष तथा द्वंद्व समास के दोनों पदों के मध्य योजक चिह्न का प्रयोग होता है।
जैसे- गीत-संगीत, माता-पिता, लाभ-हानि।
2. मध्य के अर्थ में योजक चिह्न का प्रयोग होता है।
जैसे– कृष्ण-सुदामा-चरित, रावण-अंगद-संवाद।
3. शब्दों के द्वित्व रूपों में योजक चिह्न का प्रयोग होता है।
जैसे– साथ-साथ, कभी-कभी।
4. तुलना सूचक शब्दों के बीच योजक चिह्न का प्रयोग होता है।
जैसे– बहुत-सा, राम-सा भाई।
5. विभिन्न शब्द युग्मों में योजक चिह्न का प्रयोग होता है।
जैसे– थोड़ी-बहुत, भीड़-भाड़।
6. संख्याओं को शब्दों में लिखते समय योजक चिह्न का प्रयोग होता है।
जैसे– दस-पाँच, तीन-चौथाई।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. 'ज' का अर्थ, द्विज का अर्थ
2. भिज्ञ और अभिज्ञ में अन्तर
3. किन्तु और परन्तु में अन्तर
4. आरंभ और प्रारंभ में अन्तर
5. सन्सार, सन्मेलन जैसे शब्द शुद्ध नहीं हैं क्यों
6. उपमेय, उपमान, साधारण धर्म, वाचक शब्द क्या है.
7. 'र' के विभिन्न रूप- रकार, ऋकार, रेफ
8. सर्वनाम और उसके प्रकार

आशा है, उपरोक्त जानकारी परीक्षार्थियों / विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक एवं परीक्षापयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com


संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।👇🏻
(Watch video for related information)

आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
(I hope the above information will be useful and important. )
Thank you.

R. F. Tembhre
(Teacher)
pragyaab.com


अन्य महत्वपूर्ण जानकारी से संबंधित लिंक्स👇🏻

https://youtu.be/E_sSnCYorw8
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