प्रेरणार्थक / प्रेरणात्मक क्रिया क्या है ? || इनका वाक्य में प्रयोग || Prernatmak / Prernarthak kriya kya hoti hai?
प्रेरणात्मक क्रिया
जब किसी वाक्य में मूल क्रिया जो कि कर्ता के द्वारा कार्य होने का बोध कराती है, इसी क्रिया में थोड़ा सा परिवर्तन किया जाये और परिवर्तन के बाद कर्ता के द्वारा कार्य दूसरे से कराए जाने का बोध हो तब वह क्रिया प्रेरणात्मक या प्रेरणार्थक क्रिया बन जाती है।
टीप– कई बार जब सामान्य क्रिया के वाक्यों को प्रेरणात्मक क्रिया के रूप में परिवर्तित किया जाता है। तो प्रेरणार्थक क्रियाओं के प्रयोग में प्रायः अशुद्धियों हो जाती हैं।
मूल क्रिया को प्रेरणार्थक क्रिया में बदलना–
हिन्दी में सामान्य क्रियाओं को दो तरह से प्रेरणार्थक क्रियाओं में बदला जा सकता है।
(अ) क्रिया के मूल रुप में मध्य या अंतिम वर्ण में 'आ' जोड़कर प्रथम प्रेरणात्मक रूप बनाया जाता है।
उदाहरण–
लिखना – लिखाना
रोना – रुलाना
करना – कराना
जीतना – जिताना
छोड़ना – छुड़ाना
पीटना – पिटाना
नाचना – नचाना
खोदना – खुदाना
खीचना – खिचाना
काटना – कटाना
पीना – पिलाना
चढ़ना – चढ़ाना
इसी तरह की अन्य सामान्य क्रियाओं से प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया बनाई जा सकती है।
इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. समास के प्रकार, समास और संधि में अन्तर
2. संधि - स्वर संधि के प्रकार - दीर्घ, गुण, वृद्धि, यण और अयादि
3. वाक्य – अर्थ की दृष्टि से वाक्य के प्रकार
4. योजक चिह्न- योजक चिह्न का प्रयोग कहाँ-कहाँ, कब और कैसे होता है?
5. वाक्य रचना में पद क्रम संबंधित नियम
6. कर्त्ता क्रिया की अन्विति संबंधी वाक्यगत अशुद्धियाँ
7. विराम चिन्हों का महत्व
8. लोकोक्ति और मुहावरे में अंतर भाषा में इनकी उपयोगिता
(आ) द्वितीय प्रेरणात्मक रूप बनाने हेतु मूल क्रिया के अंतिम वर्ण के तुरंत पहले 'वा' को जोड़कर बनाया जाता है।
उदाहरण–
लिखना – लिखवाना
रोना – रुलवाना
करना – करवाना
जीतना – जितवाना
छोड़ना – छुड़वाना
पीटना – पिटवाना
नाचना – नचवाना
खोदना – खुदवाना
खीचना – खिचवाना
काटना – कटवाना
पीना – पिलवाना
चढ़ना – चढ़वाना
इसी तरह की अन्य सामान्य क्रियाओं से प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया बनाई जा सकती है।
वाक्यगत प्रयोग–
(क) सामान्य क्रिया – बच्चा दूध पीता है।
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया – माँ बच्चे को दूध पिलाती है।
द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया– माँ आया से बच्चे को दूध पिलवाती है।
(ख) सामान्य क्रिया – मोहन पत्र लिखता है।
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया – मोहन पत्र लिखाता है।
द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया– मोहन राम से पत्र लिखवाता है।
(ग) सामान्य क्रिया – वह पेड़ पर चढ़ता है।
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया – वह पेड़ पर चढ़ाता है।
द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया– वह मजदूरों को पेड़ पर चढ़वाता है।
(घ) सामान्य क्रिया – चन्द्र चित्रकारी करता है।
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया – चंद्र चित्रकारी कराता है।
द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया– चन्द्र चित्रकार से चित्रकारी करवाता है।
(ङ) सामान्य क्रिया – किसान कुआँ खोदता है।
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया – किसान कुआँ खुदाता है।
द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया– किसान मजदूरों से कुआँ खुदवाता है।
(च) सामान्य क्रिया – मजदूर लकड़ी काटता है।
प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया – मजदूर लकड़ी कटाता है।
द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया– मजदूर अपने बेटे से लकड़ी कटवाता है।
इसी तरह अन्य क्रियाओं के दोनों रूप बनाकर वाक्यों में प्रयोग किए जा सकते हैं।
हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. शब्द क्या है- तत्सम एवं तद्भव शब्द
2. देशज, विदेशी एवं संकर शब्द
3. रूढ़, योगरूढ़ एवं यौगिकशब्द
4. लाक्षणिक एवं व्यंग्यार्थक शब्द
5. एकार्थक शब्द किसे कहते हैं ? इनकी सूची
6. अनेकार्थी शब्द क्या होते हैं उनकी सूची
7. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द (समग्र शब्द) क्या है उदाहरण
8. पर्यायवाची शब्द सूक्ष्म अन्तर एवं सूची
9. शब्द– तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी, रुढ़, यौगिक, योगरूढ़, अनेकार्थी, शब्द समूह के लिए एक शब्द
10. हिन्दी शब्द- पूर्ण पुनरुक्त शब्द, अपूर्ण पुनरुक्त शब्द, प्रतिध्वन्यात्मक शब्द, भिन्नार्थक शब्द
11. द्विरुक्ति शब्द क्या हैं? द्विरुक्ति शब्दों के प्रकार
आशा है, उपरोक्त जानकारी परीक्षार्थियों / विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक एवं परीक्षापयोगी होगी। अधिक जानकारी के लिए नीचे के 👇विडियो को देखें।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
(संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।)
Comments