
समोच्चारित भिन्नार्थक शब्द– अपेक्षा, उपेक्षा, अवलम्ब, अविलम्ब शब्दों का अर्थ
समोच्चारित भिन्नार्थक शब्द– जिन शब्दों का उच्चारण लगभग समान हो किन्तु अर्थ भिन्न-भिन्न हो, उन्हें समोच्चारित भिन्नार्थक शब्द कहते हैं।
नीचे के अनुच्छेद में उदाहरण देखें–
गुरुजी की अपेक्षा थी कि मैं वैज्ञानिक बनूँ, लेकिन परिस्थितियों वश मैं उनकी अपेक्षा को पूरा न कर सका तो गुरुजी ने कहा कि तुमने मेरी उपेक्षा की है। मैंने उससे कहा– कि मैं बिना किसी अवलम्ब के विज्ञान के क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ सकता और आप मुझे अविलम्ब विज्ञान के ज्ञाता के रूप में देखना चाहते हैं।
उपर्युक्त अनुच्छेद में रेखांकित और बोल्ड शब्दों में उच्चारण की दृष्टि से लगभग समानता (अपेक्षा, उपेक्षा और अवलम्ब, अबिलम्ब) दिखाई देती है लेकिन उनके अर्थ भिन्न-भिन्न हैं।
जैसा कि
अपेक्षा = आवश्यकता, इच्छा।
उपेक्षा = तिरस्कार, अवहेलना।
अवलम्ब = सहारा।
अविलम्ब = शीघ्र, तुरन्त।
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इसी तरह अन्य समोच्चारित भिन्नार्थक शब्दों को भी देखें–
अंश– भाग या हिस्सा
अंस– कंधा
वंश– कुल
बंश – , बांश
शेर– जंगली पशु
सेर – भार-मापक
ग्रह – नक्षत्र
गृह– घर
छात्र – विद्यार्थी
क्षात्र– क्षत्रिय
बात– कथन
वात – वायु या हवा
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अधिक जानकारी के लिए नीचे दिये गये वीडियो को देखें।
आशा है, उपरोक्त जानकारी परीक्षार्थियों / विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक एवं परीक्षापयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
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आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
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R. F. Tembhre
(Teacher)
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