हिन्दी में मिश्र वाक्य के प्रकार (रचना के आधार पर) || Vakya ke prakar– Saral, Mishra and Sanyukt
रचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं– सरल वाक्य, मिश्र वाक्य और संयुक्त वाक्य
अ. सरल वाक्य - जिस वाक्य में एक उद्देश्य तथा एक विधेय हो, उसे सरल या साधारण वाक्य कहते हैं।
(उद्देश्य वाक्य के कर्ता को कहते हैं और कर्ता के बारे में जो कुछ कहा जाए उद्देश्य कहलाता है।)
उदाहरण– मनुष्य के दुख का कारण भी मनुष्य ही है।
उपर्युक्त वाक्य में एक उद्देश्य तथा एक ही विधेय है। अर्थात् 'मनुष्य' उद्देश्य है तथा 'दुख का कारण भी मनुष्य ही है' विधेय है।।
इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. घनाक्षरी छंद और इसके उदाहरण
2. काव्य का 'प्रसाद गुण' क्या होता है?
3. अपहनुति अलंकार किसे कहते हैं? एवं विरोधाभास अलंकार
4. भ्रान्तिमान अलंकार, सन्देह अलंकार, पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार
5. समोच्चारित भिन्नार्थक शब्द– अपेक्षा, उपेक्षा, अवलम्ब, अविलम्ब शब्दों का अर्थ
6. प्रबंध काव्य और मुक्तक काव्य क्या होते हैं?
7. कुण्डलियाँ छंद क्या है? इसकी पहचान एवं उदाहरण
ब. मिश्र वाक्य– जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य और एक या एक से अधिक आश्रित उपवाक्य हों, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं।
उदाहरण– साध्य विषय वह है जो प्रयत्न द्वारा दूर किया जा सके।
उपर्युक्त वाक्य में ''साध्य विषय वह है" प्रधान उपवाक्य है। "प्रयत्न द्वारा दूर किया जा सके" आश्रित उपवाक्य है। 'जो' शब्द समुच्चय बोधक या योजक है।।
मिश्र वाक्य में आश्रित उपवाक्य तीन प्रकार के होते हैं-
1. संज्ञा उपवाक्य– जिस आश्रित उपवाक्य का प्रयोग प्रधान उपवाक्य की क्रिया के कर्म या पूरक के रूप में प्रयुक्त होता है, उसे संज्ञा उपवाक्य कहते हैं।
जैसे- "सब जानते हैं कि प्रेमचंद गाँधीवाद से प्रभावित हैं।"
उक्त वाक्य में "सब जानते हैं" प्रधान उपवाक्य है, जिसमें क्रिया 'जानना' है। आश्रित उपवाक्य है- "प्रेमचंद्र गाँधीवाद से प्रभावित हैं" जोकि क्रिया के कर्म अर्थात पूरक के रूप में प्रयुक्त हुआ है।।
इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. गज़ल- एक साहित्य विधा
2. शब्द शक्ति- अभिधा शब्द शक्ति, लक्षणा शब्द शक्ति एवं व्यंजना शब्द शक्ति
3. रस क्या है? शांत रस एवं वात्सल्य रस के उदाहरण
4. रस के चार अवयव (अंग) – स्थायीभाव, संचारी भाव, विभाव और अनुभाव
5. छंद में मात्राओं की गणना कैसे करते हैं?
2 विशेषण उपवाक्य– जो आश्रित उपवाक्य अपने प्रधान वाक्य की किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है उसे विशेषण उपवाक्य कहते हैं।
उदाहरण– "यह वह स्थान है, जहाँ मेरा बचपन बीता।"
उक्त वाक्य में "यह वह स्थान है" प्रधान उपवाक्य है। जबकि "जहाँ मेरा बचपन बीता।" आश्रित उपवाक्य है, जोकि प्रधान उपवाक्य के संज्ञा शब्द 'स्थान' की विशेषता को प्रकट कर रहा है। अतः यह विशेषण उपवाक्य किस श्रेणी में आएगा।
प्रायः विशेषण उपवाक्य संबंधवाचक सर्वनाम 'जो' से प्रारंभ होता है परंतु कभी-कभी 'जो' और 'सो' से बने शब्दों 'जैसा', जितना आदि का प्रयोग होता है।।
3 क्रिया विशेषण उपवाक्य – जो आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य की क्रिया का विशेषण बनकर आता है, वह क्रिया विशेषण उपवाक्य कहलाता है।
उदाहरण- "मैं वहाँ पहुँचा जहाँ पीपल का पेड़ खड़ा है।"
उक्त वाक्य में "मैं वहाँ पहुँचा" प्रधान उपवाक्य है और "जहाँ पीपल का पेड़ खड़ा है।" आश्रित उपवाक्य है और यह आश्रित उपवाक्य 'पहुँचना' क्रिया के बारे में जानकारी दे रहा है, अतः क्रियाविशेषण का कार्य कर रहा है। इसलिए उक्त वाक्य 'क्रिया विशेषण उपवाक्य' का उदाहरण है।
प्रायः क्रिया विशेषण उपवाक्य जब, जहाँ, ज्यों, जैसे आदि योजक से प्रधान उपवाक्य के साथ जुड़े होते हैं।।
संयुक्त वाक्य– वह वाक्य समूह जिसमें दो या दो से अधिक सरल या मिश्रित वाक्य संयोजक अवयवों (और, किंतु, परंतु, अथवा आदि) द्वारा जोड़े जाते हैं, संयुक्त वाक्य कहलाता है -
उदाहरण– भारत के नर्तक रूस पहुँचे और वहाँ इन्होंने रूसवासियों का दिल जीत लिया।
इन प्रकरणों 👇 के बारे में भी जानें।
1. विराम चिन्हों का महत्व
2. पूर्ण विराम का प्रयोग कहाँ होता है || निर्देशक एवं अवतरण चिह्न के उपयोग
3. लोकोक्ति और मुहावरे में अंतर भाषा में इनकी उपयोगिता
4. प्रेरणार्थक / प्रेरणात्मक क्रिया क्या है ? इनका वाक्य में प्रयोग
5. पुनरुक्त शब्द एवं इसके प्रकार | पुनरुक्त और द्विरुक्ति शब्दों में अन्तर
आशा है, उपरोक्त जानकारी परीक्षार्थियों / विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक एवं परीक्षापयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
(संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।)
Comments