लक्षद्वीप (प्रवाल), अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह | Lakshadweep (Coral), Andaman and Nicobar Islands
भारत का मुख्य भू-भाग अत्यधिक विशाल है। इसके अलावा भारत में दो द्वीप समूह भी हैं। ये निम्नलिखित हैं–
1. लक्षद्वीप समूह
2. अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह
Mainland of India is very vast. Apart from this, there are also two island groups in India. These are the following–
1. Lakshadweep Group
2. Andaman & Nicobar Islands
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लक्षद्वीप समूह (Lakshadweep Group)
लक्षद्वीप समूह केरल के मालाबार तट के निकट अवस्थित है। यह छोटे प्रवाल द्वीपों का समूह है। इन्हें पहले लकादीव, मीनीकाय और एमीनदीव के नाम से जाना जाता था। सन् 1973 में इनका नाम लक्षद्वीप रखा गया। यह द्वीप समूह 32 वर्ग किलोमीटर के छोटे से क्षेत्र में विस्तृत है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय 'कवारत्ती' द्वीप है। इस द्वीप समूह पर अलग-अलग प्रकार के पौधे एवं विभिन्न प्रजातियों के जंतु पाए जाते हैं। लक्षद्वीप समूह के पिटली द्वीप पर मनुष्यों का निवास नहीं है। यहाँ पर केवल एक पक्षी अभयारण्य है।
Lakshadweep group is situated near the Malabar Coast of Kerala. It is a group of small coral islands. These were formerly known as Lacadive, Meenikay and Emindive. In 1973, they were named Lakshadweep. This island group is spread over a small area of 32 square kilometres. Its administrative headquarters is 'Kavaratti' island. Different types of plants and animals of different species are found on this island group. Pitli island of Lakshadweep group is not inhabited by humans. There is only one bird sanctuary here.
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प्रवाल (Coral)
प्रवाल (पॉलिप्स) कम समय तक जीवित रहने वाले समुद्री सूक्ष्मजीव हैं। ये समूह में रहते हैं। इनका विकास छिछले और गर्म जल में होता है। इन जीवों से कैल्शियम कार्बोनेट का स्राव होता है। जब इन सूक्ष्मजीवों की मृत्यु हो जाती है, तो इनके मृत शरीर एक स्थान पर जमा होने लगते हैं। साथ ही प्रवाल स्राव (कैल्शियम कार्बोनेट का स्राव) भी जमा होने लगता है। इस प्रकार प्रवाल स्राव और प्रवाल अस्थियाँ टीले के रूप में निक्षेपित होने लगते हैं। इससे द्वीपों का निर्माण होता है। प्रवाल द्वारा मुख्य रूप से तीन प्रकार के द्वीप बनाये जाते हैं। ये निम्नलिखित हैं–
1. प्रवाल रोधिका
2. तटीय प्रवाल भित्ति
3. प्रवाल वलय द्वीप
'ग्रेट बैरियर रीफ' (ऑस्ट्रेलिया) प्रवाल रोधिका का उत्कृष्ट उदाहरण है। प्रवाल वलय द्वीप गोलाकार अथवा हार्स शू आकार के होते हैं।
Coral polyps are short-lived marine microorganisms. They live in groups. They develop in shallow and warm waters. These organisms secrete calcium carbonate. When these microorganisms die, their dead bodies start accumulating in one place. Along with this, coral secretion (secretion of calcium carbonate) also starts accumulating. In this way, coral secretions and coral bones start getting deposited in the form of mounds. This leads to the formation of islands. Mainly three types of islands are made by coral. These are the following–
1. Coral barrier
2. Coastal Coral Reef
3. Coral Islands
'Great Barrier Reef' (Australia) is a classic example of a coral reef. Coral islands are circular or horse shoe shaped.
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अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह (Andaman and Nicobar Islands)
अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण की ओर फैले हुए हैं। ये द्वीप समूह आकार में लक्षद्वीप की तुलना में अधिक बड़े हैं। ये द्वीप समूह बिखरे हुए हैं। अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह निमज्जित पर्वत श्रेणियों के शिखर हैं। देश की सुरक्षा की दृष्टि से ये द्वीप समूह बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन द्वीपों में अलग-अलग प्रकार के पादप एवं विभिन्न प्रजातियों के जंतु पाए जाते हैं। यहाँ की वनस्पतियों में बहुत विविधता है। यहाँ घने जंगलों का विकास हुआ है। ये द्वीप समूह विषुवत वृत्त के निकट अवस्थित हैं। यहाँ की जलवायु विषुवतीय है। अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह पर बैरेन द्वीप स्थित है। बैरन द्वीप पर भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह द्वीप समूह को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है–
1. अंडमान द्वीप– यह उत्तर की ओर स्थित है।
2. निकोबार द्वीप– यह दक्षिण की ओर स्थित है।
Andaman and Nicobar Islands are spread from north to south in the Bay of Bengal. These islands are larger in size than Lakshadweep. These islands are scattered. Andaman and Nicobar Islands are the summits of submerged mountain ranges. These islands are very important from the point of view of the security of the country. Different types of plants and animals of different species are found in these islands. There is a lot of diversity in the flora here. Dense forests have developed here. These islands are located near the equator. The climate here is equatorial. Barren Island is located on the Andaman and Nicobar Islands. India's only active volcano is on Baron Island. Andaman and Nicobar Islands Islands can be classified into two parts–
1. Andaman Islands– It is situated to the north.
2. Nicobar Island– It is located on the south side.
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हिमालय– हिमाद्रि (ऊँचे शिखर), हिमाचल, शिवालिक | Himalaya– Himadri (High Peak), Himachal, Shivalik
टीप– भूमि की विभिन्न स्थलाकृतियों का विस्तृत विवरण प्रत्येक भू-आकृति की विशेषताएँ स्पष्ट करता है। प्राकृतिक भू-भाग एक-दूसरे के पूरक होते हैं। ये देश को प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध बनाते हैं। भारत के उत्तरी पर्वत जल और वनों के महत्वपूर्ण स्रोत हैं। उत्तरी मैदान देश के अन्न भंडार हैं। देश के इन्हीं क्षेत्रों में प्राचीन सभ्यताओं का विकास हुआ था। भारत के पठारी भाग में खनिजों के भंडार उपलब्ध हैं। इससे देश में औद्योगीकरण का विकास हुआ है। तटीय क्षेत्र मत्स्यन और पोत संबंधी क्रियाओं के लिए उपयुक्त हैं। अतः स्पष्ट है कि देश की विभिन्न भौगोलिक आकृतियाँ भविष्य में विकास की कई संभावनाएँ प्रदान करती हैं।
Tip– A detailed description of the various landforms of the land explains the characteristics of each landform. Natural landscapes complement each other. These make the country rich in natural resources. The northern mountains of India are important sources of water and forests. The northern plains are the granaries of the country. Ancient civilizations flourished in these areas of the country. Mineral deposits are available in the plateau part of India. This has led to the development of industrialization in the country. The coastal areas are suitable for fishing and shipping activities. So it is clear that different geographical shapes of the country provide many possibilities of development in future.
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आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com
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(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
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