धातुओं की प्राप्ति (खनिज एवं अयस्क) | Recovery Of Metals (Minerals And Ores)
पृथ्वी की भूपर्पटी में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्वों अथवा यौगिकों को 'खनिज' कहा जाता है। भूपर्पटी के कुछ स्थानों पर खनिजों में कोई विशेष धातु काफ़ी मात्रा में होती है, जिसे निकालना लाभकारी होता है। इन खनिजों को 'अयस्क' कहा जाता है। पृथ्वी की भूपर्पटी धातुओं का प्रमुख स्रोत है। यहाँ पर विभिन्न खनिजों एवं अयस्कों के भंडार पाये जाते हैं। समुद्री जल में सोडियम क्लोराइड, मैग्नीशियम क्लोराइड आदि जैसे उपयोगी लवण उपस्थित होते हैं।
The naturally occurring elements or compounds in the earth's crust are called 'minerals'. In some places of the earth's crust, minerals contain a significant amount of a particular metal, which is useful for extraction. These minerals are called 'ore'. Earth's crust is the main source of metals. The deposits of various minerals and ores are found here. Useful salts like sodium chloride, magnesium chloride etc. are present in sea water.
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आयनिक यौगिकों के गुणधर्म | Properties Of Ionic Compounds
अभिक्रियाशीलता के आधार पर धातुओं (जो खनिज हैं) को तीन भागों में बाँटा जा सकता है–
1. निम्न अभिक्रियाशील धातुएँ
2. मध्यम अभिक्रियाशील धातुएँ
3. उच्च अभिक्रियाशील धातुएँ
सक्रियता श्रेणी में सबसे ऊपर उच्च अभिक्रियाशील धातुओं को रखा जाता है। बीच में मध्यम अभिक्रियाशील धातुओं को रखा जाता है तथा सबसे नीचे निम्न अभिक्रियाशील धातुओं को रखा जाता है। प्रकृति के समस्त उपयोगी धातुओं को प्राप्त करने के लिए विभिन्न तकनीकों का प्रयोग किया जाता है।
On the basis of reactivity metals (which are minerals) can be divided into three parts–
1. Low Reactive Metals
2. Medium Reactive Metals
3. Highly Reactive Metals
Highly reactive metals are placed at the top of the reactivity series. Medium reactive metals are placed in the middle and low reactive metals are placed at the bottom. Various techniques are used to obtain all the useful metals of nature.
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आयनिक यौगिक कैसे बनते हैं? | How Are Ionic Compounds Formed?
प्रकृति की कुछ महत्वपूर्ण धातुएँ भूपर्पटी में स्वतंत्र अवस्था में रहती हैं। कुछ धातुएँ अपने यौगिक के रूप में प्राप्त होती हैं। सक्रियता श्रेणी में सबसे नीचे आने वाली प्रमुख धातुएँ सोना, चाँदी, प्लेटिनम और कॉपर (ताँबा) हैं। ये धातुएँ बहुत कम अभिक्रियाएँ करती हैं, इसीलिए ये प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था में रहती हैं। कॉपर और सिल्वर धातुएँ अपने सल्फ़ाइड अथवा ऑक्साइड अयस्क के रूप में संयुक्त अवस्था में भी रहती हैं। सक्रियता श्रेणी में सबसे ऊपर आने वाली प्रमुख धातुएँ पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, और एल्युमीनियम हैं। ये धातुएँ बहुत अधिक अभिक्रियाएँ करती हैं। ये धातुएँ कभी भी स्वतंत्र अवस्था में नहीं पाई जातीं। इन धातुओं को प्राप्त करने के लिए इनके अयस्कों का विद्युत अपघटन किया जाता है। जिंक, आयरन और लेड धातुएँ सक्रियता श्रेणी के मध्य में रहती हैं। इन धातुओं की अभिक्रियाशीलता मध्यम होती है। पृथ्वी की भूपर्पटी में ये धातुएँ मुख्य रूप से ऑक्साइड, सल्फाइड अथवा कार्बोनेट के रूप में रहती हैं। इन धातुओं को प्राप्त करने के लिए इनके अयस्कों का कार्बन के उपयोग से अपचयन किया जाता है। कई धातुओं के अयस्क ऑक्साइड होते हैं। इसका कारण यह है कि ऑक्सीजन अत्यधिक अभिक्रियाशील अधातु है। यह आसानी से अभिक्रिया कर लेता है। साथ ही यह पृथ्वी पर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।
Some important metals of nature remain in free state in the earth's crust. Some metals are obtained in the form of their compounds. The major metals that fall at the bottom of the activity category are gold, silver, platinum and copper. These metals react very rarely, so they exist in free state in nature. Copper and silver metals also exist in the combined state in the form of their sulfide or oxide ores. The major metals that top the activity category are potassium, sodium, calcium, magnesium, and aluminum. These metals undergo many reactions. These metals are never found in free state. To obtain these metals, their ores are electrolysed. The metals zinc, iron and lead lie in the middle of the activity series. The reactivity of these metals is moderate. These metals mainly exist in the form of oxides, sulfides or carbonates in the earth's crust. To obtain these metals, their ores are reduced using carbon. The ores of many metals are oxides. This is because oxygen is a highly reactive non-metal. It reacts easily. Also it is available in abundance on earth.
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धातुओं की सक्रियता श्रेणी | Activity Series Of Metals
किसी भी धातु के अयस्क से उसका शुद्ध रूप में निष्कर्षण अनेक चरणों में सम्पन्न होता है। इसके अंतर्गत सर्वप्रथम अयस्कों का सांद्रण किया जाता है। इसके फलस्वरूप यदि उच्च अभिक्रियाशील धातु प्राप्त हो, तो उसका विद्युत अपघटन किया जाता है। इससे शुद्ध धातु प्राप्त हो जाती है। यदि मध्यम अभिक्रियाशील धातु प्राप्त हो, तो इसका निस्तापन अथवा भर्जन किया जाता है। इससे धातु का ऑक्साइड प्राप्त होता है। इस धातु ऑक्साइड का धातु में अपचयन किया जाता है। अंत में धातु का शोधन किया जाता है। यदि निम्न अभिक्रियाशील धातु हो, तो इसका भर्जन किया जाता है। इसके बाद इस प्रक्रिया से प्राप्त धातु का परिष्करण किया जाता है।
Extraction of any metal in its pure form takes place in several steps. Under this the ores are first concentrated. As a result, if a highly reactive metal is obtained, then its electrolysis is done. This gives pure metal. If a medium reactive metal is obtained, it is quenched or roasted. This gives the metal oxide. This metal oxide is reduced to metal. Finally the metal is refined. If it is a low reactive metal, it is roasted. After this the metal obtained from this process is refined.
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धातुओं की लवणों के विलयन और अम्लों के साथ अभिक्रियाएँ | Reactions Of Metals With Solutions Of Salts And Acids
पृथ्वी की भूपर्पटी से प्राप्त अयस्कों में मिट्टी, रेत आदि जैसी अनेक अशुद्धियाँ उपस्थित रहती हैं, इन्हें 'गैंग' कहा जाता है। धातुओं के निष्कर्षण से पूर्व अयस्क से इन अशुद्धियों को दूर करना अनिवार्य होता है। अयस्कों से गैंग को हटाने के लिए जिन प्रक्रमों का प्रयोग किया जाता है, वे अयस्क और गैंग के भौतिक अथवा रासायनिक गुणधर्मों पर आधारित होते हैं। इस पृथकन के लिए विभिन्न तकनीकों का प्रयोग किया जाता है।
The ores obtained from the earth's crust contain many impurities like clay, sand, etc., they are called 'Gang'. It is essential to remove these impurities from the ore before the extraction of metals. The processes used to remove gangue from ores are based on the physical or chemical properties of the ore and gangue. Various techniques are used for this separation.
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धातुओं की जल के साथ रासायनिक अभिक्रियाएँ | Chemical Reactions Of Metals With Water
आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
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