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नदी प्रदूषण एवं नदी संरक्षण | River Pollution And River Conservation

नदियों का जल मूल रूप से प्राकृतिक संसाधन है। प्राचीन काल से ही मनुष्यों के लिए नदियों का विशेष महत्त्व रहा है। जल मानवीय क्रियाकलापों के लिए बहुत आवश्यक होता है। इसी वजह से प्राचीन मानवों ने नदियों के तट के समीप निवास करना एवं बस्तियाँ बनाना आरंभ किया था। ये बस्तियाँ आगे चलकर गाँवों में परिवर्तित हो गयीं। ये गाँव अब वर्तमान में शहरों में परिवर्तित हो चुके हैं। भारत की अधिकांश जनसंख्या अपनी जीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। इसलिए भारतवर्ष में सिंचाई, नौसंचालन, जलविद्युत निर्माण आदि के लिए नदियों का विशेष महत्त्व रहा है।

River's water is basically a natural resource. Rivers have been of special importance to humans since ancient times. Water is very essential for human activities. For this reason, ancient humans started living and making settlements near the banks of rivers. These settlements were later converted into villages. These villages have now been converted into cities. Majority of the population of India is dependent on agriculture for their livelihood. Therefore, rivers have been of special importance in India for irrigation, navigation, hydropower generation etc.

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नदी प्रदूषण (River Pollution)

वर्तमान में घरेलू उपयोग, उद्योग तथा कृषि के लिए नदी जल की माँग में वृद्धि होती जा रही है। इस कारण, जल की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। विभिन्न मानवीय उपयोगों के लिए नदियों से बहुत ज्यादा मात्रा में जल का निकास किया जा रहा है। इससे जल का आयतन घटता जा रहा है। इसके अलावा उद्योगों के प्रदूषित और अपरिष्कृत कचरे को नदियों में ही प्रवाहित किया जा रहा है। इससे नदियों के जल की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। साथ ही नदी के स्वतः स्वच्छीकरण की क्षमता को भी प्रभावित हो रही है।

At present the demand of river water for domestic use, industry and agriculture is increasing. Due to this, water quality is getting affected. A huge amount of water is being discharged from the rivers for various human uses. Due to this the volume of water is decreasing. Apart from this, polluted and unrefined wastes of industries are being dumped in the rivers itself. This is affecting the water quality of the rivers. At the same time, the self-cleaning ability of the river is also being affected.

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महानदी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, नर्मदा, तापी | Mahanadi, Godavari, Krishna, Kaveri, Narmada, Tapi

दिए गए समुचित जल प्रवाह में गंगा नदी का जल लगभग 20 कि०मी० क्षेत्र में फैले बड़े शहरों की गंदगी को तनु करके समाहित कर सकता है। किन्तु लगातार बढ़ते हुए औद्योगीकरण और शहरीकरण की वजह ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है। फलस्वरूप अनेक नदियों में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती जा रही है। नदियों में बढ़ते प्रदूषण की वजह से इनको स्वच्छ बनाने के लिए अनेक कार्य योजनाएँ लागू की जा रही हैं। 'राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना' इन योजनाओं में से एक है।

Ganges river water can dilute and absorb the filth of big cities spread over an area of ​​about 20 km in a given water flow. But due to the increasing industrialization and urbanization, this is not possible. As a result, the level of pollution in many rivers is increasing. Due to the increasing pollution in the rivers, many action plans are being implemented to make them clean. 'National River Conservation Plan' is one of these schemes.

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भारत में ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र | Brahmaputra River System In India

राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना (NRCP) [National River Conservation Plan (NRCP)]

गंगा कार्य योजना (गंगा का स्वच्छता के लिए योजना) के क्रियाकलापों का प्रथम चरण सन् 1985 में प्रारंभ किया गया था। इसे 31 मार्च, 2000 को बंद कर दिया गया था। राष्ट्रीय नदी संरक्षण प्राधिकरण की कार्यकारी समिति ने गंगा कार्य योजना के पहले चरण की प्रगति की समीक्षा की। इस समिति ने गंगा कार्य योजना के पहले चरण से मिले अनुभवों के आधार पर जरूरी सुझाव दिए। इस कार्य योजना को देश की प्रमुख प्रदूषित नदियों में राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के अंतर्गत लागू किया गया है। गंगा कार्य योजना के द्वितीय चरण को राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के अंतर्गत सम्मिलित कर लिया गया है। विस्तृत राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना में वर्तमान में 16 राज्यों की 27 नदियों के तट पर बसे 152 शहर सम्मिलित हैं। इस कार्य योजना के अंतर्गत 57 ज़िलों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये जा रहे हैं। प्रदूषण को कम करने वाली कुल 215 योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गयी है। अभी तक 69 योजनाएँ इस कार्य योजना के अंतर्गत सम्पन्न हो चुकी हैं। इसके तहत, लाखों लीटर प्रदूषित जल को रोककर उसकी दिशा में परिवर्तन करके परिष्करण करने का लक्ष्य रखा गया है।

The first phase of the activities of Ganga Action Plan (Scheme for Cleanliness of Ganga) was started in the year 1985. It was closed on 31 March 2000. The Executive Committee of the National River Conservation Authority reviewed the progress of the first phase of the Ganga Action Plan. This committee made necessary suggestions based on the experiences gained from the first phase of the Ganga Action Plan. This action plan has been implemented in the major polluted rivers of the country under the National River Conservation Plan. The second phase of Ganga Action Plan has been included under the National River Conservation Plan. The Comprehensive National River Conservation Plan currently covers 152 towns on the banks of 27 rivers in 16 states. Under this action plan, important works are being done to control pollution in 57 districts. A total of 215 pollution-reducing schemes have been approved. So far 69 schemes have been completed under this action plan. Under this, a target has been set to treat millions of liters of polluted water by stopping and changing its direction.

भूगोल के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Geography.)
गंगा नदी तंत्र एवं सहायक नदियाँ | Ganges River System And Tributaries

आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com

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