चित्रकला– ऐलोरा, बाघ, अर्मामलई, चित्तानवासल | Painting– Ellora, Bagh, Armamalai, Chittanvasal
ऐलोरा की गुफा की चित्रकारी (Ellora Cave Painting)
एलोरा की गुफा के भित्ति चित्र गुफा संख्या 16 अर्थात् कैलाश मंदिर तक सीमित पाँच गुफाओं में चित्रित किये गये थे। इन गुफाओं के चित्रों का चित्रण दो चरणों में किया गया है। पहले चरण के चित्रों का चित्रण गुफाओं की खुदाई के दौरान किया गया था। दूसरे चरण के चित्रों का चित्रण कई शताब्दियों बाद किया गया था। प्रारंभिक चित्र बादलों से होकर गुजरते आकाशीय पक्षी गरुड़ पर विराजमान भगवान विष्णु का है। इस चित्र में भगवान विष्णु के साथ उनकी पत्नी देवी लक्ष्मी जी को भी चित्रित किया गया है। एलोरा गुफाओं में कुछ भित्ति चित्र गुजराती शैली में भी चित्रित किए गए हैं। गुजराती शैली के उत्तरकालीन चित्र शैव साधुओं के जुलूस का चित्रण करते हैं। ये चित्र भारतवर्ष के तीन प्रमुख धर्मों हिंदु, बौद्ध और जैन धर्म से संबंधित हैं। अजंता की गुफाओं के भित्ति चित्रों की तुलना में एलोरा की गुफाओं के भित्ति चित्र नवीन हैं। कुछ प्रमुख एलोरा की गुफा के भित्ति चित्र निम्नलिखित हैं–
1. भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की छवियाँ
2. अपने अनुयायियों के साथ भगवान शिव की छवियाँ
3. सुंदर और शालीन अप्सराएँ।
The frescoes of the Ellora cave were painted in five caves limited to cave number 16 i.e. the Kailash temple. The paintings of these caves are depicted in two phases. The paintings of the first phase were painted during the excavation of the caves. The paintings of the second phase were painted several centuries later. The initial picture is of Lord Vishnu sitting on the celestial bird Garuda passing through the clouds. In this picture Lord Vishnu is also depicted along with his wife Goddess Lakshmi. Some of the murals in Ellora caves are also painted in Gujarati style. The later paintings in the Gujarati style depict a procession of Shaivite sadhus. These paintings are related to the three major religions of India, Hinduism, Buddhism and Jainism. The frescoes of Ellora caves are new as compared to the murals of Ajanta caves. Some of the prominent Ellora cave murals are as follows–
1. Images of Lord Vishnu and Goddess Lakshmi
2. Images of Lord Shiva with his followers
3. Beautiful and graceful Apsaras.
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अजंता गुफाओं की चित्रकला (एवं जातक कथाएँ) | Painting Of Ajanta Caves (And Jataka Tales)
बाघ की गुफाओं की चित्रकारी (Baagh Cave Painting)
बाघ की गुफाएँ मध्य प्रदेश में स्थित हैं। ये गुफाएँ अजंता शैली के विस्तार का निर्देशन करती हैं। इसके अलावा ये गुफाएँ अपनी उत्कृष्ट रचनाओं के साथ-साथ डिजाइन, निष्पादन और सजावट में अजंता की गुफाओं के काफी निकट हैं। बाघ की गुफाओं की दीवारों में भित्ति चित्रों को अधिक मजबूती से चित्रित किया गया है। इन चित्रों की रूपरेखाएँ अधिक दृढ़ हैं। इसके अतिरिक्त चित्रों के दृश्य अधिक सांसारिक, मानवीय और सामाजिक हैं। बाघ की गुफाओं की गुफा संख्या 04 रंग महल के रूप में जानी जाती है। इस गुफा की दीवारों पर अजंता की गुफाओं की भाँति बौद्ध जातक कथाओं का निरूपण करने वाले सुंदर भित्ति चित्र हैं। छोटे और क्षयित होते हुए भी ये भित्ति चित्र तत्कालीन जीवन शैली के आलोक में धार्मिक भावनाओं का निरूपण करते हैं। इन चित्रों की प्रकृति मुख्य रूप से धर्मनिरपेक्ष है।
Tiger (Baagh) Caves are located in Madhya Pradesh. These caves direct the expansion of the Ajanta style. Apart from this, these caves are very close to the Ajanta caves in their exquisite creations as well as in design, execution and decoration. The walls of the Bagh caves have more strongly painted frescoes. The outlines of these pictures are more firm. In addition the scenes in the paintings are more mundane, human and social. Cave number 04 of Bagh Caves is known as Rang Mahal. The walls of this cave have beautiful frescoes depicting Buddhist Jataka tales like the Ajanta caves. Though small and decaying, these murals represent religious sentiments in the light of the lifestyle of the times. These paintings are mainly secular in nature.
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भित्ति चित्रकला एवं लघु चित्रकला | Mural Painting & Miniature Painting
अर्मामलई की गुफा की चित्रकारी (Armamalai Cave Painting)
ये गुफाएँ तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में स्थित हैं। आठवीं शताब्दी के दौरान इन प्राकृतिक गुफाओं का जैन मंदिरों में रूपांतरण किया गया था। जैन संतों के विश्रामस्थल के रूप में काम आने वाली कच्ची मिट्टी की संरचनाएँ इन गुफाओं के भीतर अवस्थित हैं। दीवारों तथा छतों पर चित्रित किए गए चित्र अष्ठाधिक पलक (आठ कोनों के देवता) की कहानियों और जैन धर्म के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
These caves are located in Vellore district of Tamil Nadu. These natural caves were converted into Jain temples during the eighth century. Raw clay structures that serve as resting places for Jain saints are located within these caves. The paintings on the walls and ceilings provide information about the stories of the Asthadhi Palak (the god of the eight corners) and about Jainism.
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प्रागैतिहासिक चित्रकला (पाषाण काल की चित्रकला) | Prehistoric Painting (Stone Age Painting)
अरिवर-कोइल (चित्तानवासल की गुफा की चित्रकारी) [Arivara-Koil (Painting Of The Cave Of Chittanvasal)]
इन गुफाओं को तमिलनाडु में स्थित चट्टानों को काटकर बनाया गया था। इन गुफाओं को पहली शताब्दी ईसा पूर्व से दसवीं शताब्दी ईस्वी तक बनाया गया था। ये गुफा मंदिर अपने जैन धर्म से संबंधित सुंदर भित्ति चित्रों के लिए जाने जाते हैं। ये भित्ति चित्र अजंता और बाघ की गुफाओं के चित्रों से निकटस्थ सादृश्यता के साथ संबंधित हैं। इन गुफाओं में दीवारों पर ही नहीं बल्कि छतों और स्तंभों पर भी चित्रकारी की गयी है। ये भित्ति चित्र जैन समवासरन अर्थात् उपदेश हॉल पर आधारित हैं।
These caves were carved out of rocks located in Tamil Nadu. These caves were built from the 1st century BC to the 10th century AD. These cave temples are known for their beautiful murals related to Jainism. These murals are closely related to the paintings of Ajanta and Bagh caves. Paintings have been done not only on the walls but also on the ceilings and pillars in these caves. These mural paintings are based on Jain Samavasaran i.e. Upadesh Hall.
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भीमबेटका शैल चित्रकलाएँ | Bhimbetka Rock Paintings
कुछ विद्वानों का मत है कि चित्तानवासल की गुफाएँ पल्लव काल की हैं। इस काल में राजा महेंद्रवर्मन प्रथम द्वारा इस गुफा मंदिर की खुदाई करवायी गयी थी। साथ ही इस मंदिर को विकसित करवाया गया था। इन गुफा मंदिरों में कुछ अन्य गुण भी उपस्थित हैं। ये गुण इन गुफा मंदिरों में तब आये जब सातवीं शताब्दी ईसवी के दौरान पांड्य शासक द्वारा इस मंदिर का पुनरुद्धार करवाया गया। इन गुफाओं में चित्रकारी का माध्यम शाकीय और खनिज रंजक हैं। गुफा चित्रों को पतले चूने के प्लास्टर के ऊपर रंगों का प्रयोग कर बनाया गया है। इन चित्रों में प्रयोग किए गए महत्वपूर्ण रंग हरा, पीला, नारंगी, नीला, काला और सफेद हैं।
Some scholars are of the opinion that the caves of Chittanvasal belong to the Pallava period. This cave temple was excavated by King Mahendravarman I during this period. Simultaneously this temple was developed. Some other qualities are also present in these cave temples. These qualities came to these cave temples when the temple was renovated by the Pandya rulers during the seventh century AD. The medium of painting in these caves are herbal and mineral pigments. The cave paintings are made using paints over thin lime plaster. The important colors used in these paintings are green, yellow, orange, blue, black and white.
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भारतीय चित्रकलाएँ– परिचय, सिद्धांत, शैलियाँ | Indian Paintings– Introduction, Principles, Styles
चित्तानवासल में चित्रों का केंद्रीय तत्व कमलों से भरा हुआ तालाब है। यहाँ पर कमलों को भिक्षुओं द्वारा एकत्रित करते हुए दिखाया गया है। इस तालाब में बत्तख, हंस, मछली और जानवरों को भी दर्शाया गया है। इन चित्रों में दृश्य समवशरण को भी प्रदर्शित किया गया है। दृश्य समवशरण का शाब्दिक अर्थ है, सबको शरण। यह जैन धर्म का महत्वपूर्ण दृश्य है। यहाँ पर एक सुंदर सभा-कक्ष होता है, जहाँ पर जैन तीर्थकरों द्वारा ज्ञान प्राप्ति (कैवल्य, ज्ञान) के पश्चात् उपदेश दिया जाता है। सभा हाल के इस आकर्षक दृश्य के साक्षी के रूप में बैल, हाथी, अप्सरा एवं देवताओं को भी चित्रित किया गया है।
The central element of the paintings in Chittanvasal is the lotus-filled pond. Here lotus is shown collected by monks. Duck, swan, fish and animals are also depicted in this pond. Visual adjustment is also displayed in these pictures. The literal meaning of Vishya Samavasaran is refuge for all. This is an important scene of Jainism. There is a beautiful hall where Jain Tirthankaras give sermons after attaining knowledge (Kaivalya, Gyan). Bulls, elephants, Apsaras and deities are also depicted as witness to this fascinating scene of the Sabha Hall.
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प्राचीन भारत के महत्वपूर्ण अभिलेख, शिलालेख, स्तंभलेख एवं लेख | Important Records, Rock Inscriptions, Pillar Inscriptions And Inscriptions Of Ancient India
आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
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