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जलवायु (भारत की जलवायु), मौसम, ऋतु | Climate (Climate of India), Weather, Seasons

किसी क्षेत्र के प्राकृतिक पर्यावरण को तीन मूल तत्वों के आधार पर समझा जा सकता है। ये तीन मूल तत्व निम्नलिखित हैं–
1. स्थलाकृतियाँ
2. अपवाह
3. जलवायु।

The natural environment of an area can be understood on the basis of three basic elements. Following are these three basic elements–
1. Topographies
2. Runoff
3. Climate.

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जलवायु (Climate)

प्रकृति के एक विशाल क्षेत्र में लगभग 30 वर्ष से अधिक समयावधि में मौसम की अवस्थाओं और विविधताओं के कुल योग को जलवायु कहा जाता है। विश्व को अनेक जलवायु प्रदेशों में बाँटा गया है। भारतवर्ष की जलवायु मानसूनी है। तापमान, वायुमंडलीय दाब, पवन, आर्द्रता, वर्षण आदि जलवायु के प्रमुख तत्व हैं।

Climate is the sum total of weather conditions and variations over a period of more than 30 years in a vast area of ​​nature. The world is divided into several climatic regions. The climate of India is monsoonal. The main elements of climate are temperature, atmospheric pressure, wind, humidity, precipitation etc.

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मौसम (Weather)

एक विशेष समय में किसी प्राकृतिक क्षेत्र के वायुमंडल की अवस्था को मौसम कहा जाता है। तापमान, वायुमंडलीय दाब, पवन, आर्द्रता, वर्षण आदि मौसम के प्रमुख तत्व हैं। मौसम की अवस्था एक दिन में कई बार परिवर्तित हो सकती है।

The state of the atmosphere in a natural area at a particular time is called weather. Temperature, atmospheric pressure, wind, humidity, precipitation etc. are the major elements of weather. Weather conditions can change several times in a day.

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ऋतु (Seasons)

कई बार कुछ प्राकृतिक क्षेत्रों की वायुमंडलीय अवस्था कुछ सप्ताह अथवा महीनों तक लगभग एक समान बनी रहती है। इस प्रकार की वायुमंडलीय अवस्था को ऋतु कहा जाता है। उदाहरण के लिए दिन गर्म अथवा ठंडे, हवादार अथवा शांत, आर्द्र अथवा शुष्क हो सकते हैं। आसमान बादलों से घिरा अथवा साफ हो सकता है। महीनों की औसत वायुमंडलीय अवस्था के आधार पर वर्ष को ग्रीष्म, शीत और वर्षा ऋतु में विभाजित किया गया है।

Sometimes the atmospheric state of some natural areas remains almost the same for a few weeks or months. This type of atmospheric condition is called season. For example, days can be hot or cold, windy or cool, humid or dry. The sky may be cloudy or clear. On the basis of the average atmospheric condition of the months, the year is divided into summer, winter and rainy seasons.

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भारत की जलवायु (India's Climate)

भारत की जलवायु मानसूनी है। एक वर्ष के दौरान वायु की दिशा में ऋतु के अनुसार परिवर्तन को मानसून कहा जाता है। मानसून शब्द की उत्पत्ति अरबी भाषा के शब्द 'मौसिम' से हुई है। मौसिम का शाब्दिक अर्थ 'मौसम' होता है। एशिया महाद्वीप में मानसूनी जलवायु मुख्य रूप से दक्षिण और दक्षिण-पूर्व में पाई जाती है। सामान्य प्रतिरूप में लगभग एकरूपता होने के बाद भी देश की जलवायु-अवस्था में स्पष्ट प्रादेशिक भिन्नताएँ हैं। किसी क्षेत्र के तापमान एवं वर्षण में एक स्थान से दूसरे स्थान पर तथा एक मौसम से दूसरे मौसम में भिन्नता पाई जाती है। तापमान एवं वर्षण से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों को इस प्रकार समझा जा सकता है–

The climate of India is monsoonal. The seasonal change in wind direction during a year is called monsoon. The word monsoon is derived from the Arabic word 'mausim'. The literal meaning of Mausim is 'weather'. The monsoon climate in the continent of Asia is found mainly in the south and southeast. Despite the near uniformity in the general pattern, there are clear regional variations in the climatic condition of the country. There is variation in the temperature and precipitation of an area from one place to another and from one season to another. Important facts related to temperature and precipitation can be understood as follows-

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तापमान (Temperature)

गर्मियों के दिनों में राजस्थान के मरुस्थल में कुछ स्थानों का तापमान लगभग 50℃ तक पहुँच जाता है। इसके विपरीत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में तापमान लगभग 20℃ रहता है। सर्दियों की रातों में जम्मू-कश्मीर के द्रास का तापमान लगभग 45℃ तक पहुँच जाता है, जबकि तिरुअनंतपुरम् का तापमान 22℃ हो सकता है। भारत के कुछ क्षेत्रों में रात और दिन के तापमान में बहुत अधिक अंतर रहता है। उदाहरण के लिए थार के मरुस्थल के दिन और रात के तापमान में बहुत अधिक अंतर रहता है। थार के मरुस्थल के दिन का तापमान 50℃ तक हो सकता है, जबकि उसी रात में यह तापमान 15℃ तक पहुँच सकता है। इनके अलावा भारत में कुछ ऐसे भी क्षेत्र भी हैं, जहाँ पर दिन और रात का तापमान लगभग समान रहता है। उदाहरण के लिए केरल और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में दिन और रात का तापमान लगभग समान रहता है।

The temperature of some places in the desert of Rajasthan reaches around 50℃ during summer. In contrast, the temperature in Pahalgam of Jammu and Kashmir remains around 20℃. The temperature in Drass in Jammu and Kashmir reaches around 45℃ during winter nights, while the temperature in Thiruvananthapuram can be as high as 22℃. In some areas of India, there is a huge difference between night and day temperature. For example, the difference between the day and night temperatures of the Thar Desert varies greatly. The day temperature of the Thar Desert can be as high as 50℃, while in the same night it can reach up to 15℃. Apart from these, there are also some areas in India where the day and night temperature remains almost the same. For example in Kerala and Andaman and Nicobar Islands the day and night temperatures are almost the same.

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वर्षण (Precipitation)

वर्षण के रूप तथा प्रकार में भिन्नता होती है। इसके साथ ही वर्षण की मात्रा और ऋतु के अनुसार वितरण में भी भिन्नता होती है। भारतवर्ष के हिमालय में वर्षण अधिकांशतः हिम के रूप में होता है। इसके अलावा देश के अन्य हिस्सों में वर्षण जल के रूप में होता है। देश के विभिन्न क्षेत्रों के वार्षिक वर्षण में भिन्नता होती है। मेघालय में वार्षिक वर्षा 400 सेंटीमीटर से भी अधिक हो सकती है। इसके विपरीत लद्दाख और पश्चिमी राजस्थान में वर्षण 10 सेंटीमीटर से भी कम होता है। भारत के अधिकांश हिस्सों में जून से लेकर सितंबर तक वर्षा होती है। देश के कुछ क्षेत्रों उदाहरण के लिए तमिलनाडु तट पर वर्षा अक्टूबर और नवंबर में होती हैं। देश के तटीय क्षेत्रों के तापमान में अंतर बहुत कम होता है। देश के आंतरिक हिस्सों में मौसमी अथवा ऋतुनिष्ठ अंतर ज्यादा होता है। उत्तरी मैदान में वर्षा की मात्रा सामान्यतः पूर्व से पश्चिम की ओर कम होती जाती है। ये भिन्नताएँ लोगों के जीवन में विविधता लाती हैं। इन विविधताओं को लोगों के भोजन, वस्त्र एवं घरों के प्रकार में देखा जा सकता है।

The form and type of precipitation varies. Along with this, there is a difference in the amount of precipitation and the distribution according to the season. Precipitation in the Himalayas of India is mostly in the form of snow. Apart from this, precipitation occurs in the form of water in other parts of the country. There is variation in the annual precipitation of different regions of the country. The annual rainfall in Meghalaya can be more than 400 cms. In contrast, Ladakh and western Rajasthan receive less than 10 cm of precipitation. Most parts of India receive rainfall from June to September. In some areas of the country, for example, Tamil Nadu coast receives rainfall in October and November. The difference in temperature is very less in the coastal areas of the country. The seasonal or seasonal difference is more in the interior parts of the country. The amount of rainfall in the northern plain generally decreases from east to west. These differences bring diversity in the lives of the people. These variations can be seen in the type of food, clothing and homes of the people.

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आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com

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