जीवाश्म ईंधन क्या है? | What Is Fossil Fuel?
जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel)
जीवाश्म ईंधन ऊर्जामुक्त कार्बन यौगिकों के अणु हैं। इनका निर्माण मूल रूप से सौर ऊर्जा का उपयोग करने वाले वनस्पतियों और अन्य जीवों से हुआ है। जीवाश्म ईंधन पृथ्वी की असामान्य प्रक्रियाओं के फलस्वरूप उत्पादित हुए हैं। ये प्रक्रियाएँ पृथ्वी के अन्दर करोड़ों वर्षों से चल रही हैं। वर्तमान में बड़े पैमाने पर जीवाश्म ईंधनों का प्रयोग किया जा रहा है। इस कारण जीवाश्म ईंधनों का उपयोग करने की दर इनके प्राकृतिक उत्पादन से अधिक हो सकती है। फलस्वरूप भविष्य में जीवाश्म ईंधन पूरी तरह से समाप्त हो सकते हैं। अतः हमें सतर्क रहना होगा।
Fossil fuels are molecules of energy-free carbon compounds. They are basically formed from plants and other organisms using solar energy. Fossil fuels are produced as a result of unusual processes on Earth. These processes have been going on inside the earth for millions of years. At present, fossil fuels are being used on a large scale. For this reason, the rate of using fossil fuels can be higher than their natural production. As a result, fossil fuels may be completely eliminated in the future. So we have to be careful.
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जीवाश्म ईंधन के उदाहरण (Examples Of Fossil Fuels)
प्रकृति के प्रमुख जीवाश्म ईंधन निम्नलिखित हैं–
1. कोयला
2. पेट्रोलियम
3. प्राकृतिक गैस आदि।
The main fossil fuels of nature are–
1. Coal
2. Petroleum
3. Natural Gas etc.
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जीवाश्म ईंधन का निर्माण (Manufacturing Fossil Fuels)
विभिन्न प्राकृतिक घटनाओं के फलस्वरुप आज से लगभग करोड़ों वर्ष पहले पृथ्वी सतह के नीचे बहुत से जन्तु और वनस्पतियाँ दब गये। करोड़ों वर्ष तक पृथ्वी की सतह में गहरे दबे हुए जन्तुओं और वनस्पतियों के अवशेषों से जीवाश्म ईंधनों का निर्माण हुआ है। कई वर्षों तक वनस्पतियों और जन्तुओं के अवशेष पृथ्वी की सतह के नीचे दबे रहते हैं। करोड़ों वर्ष बीत जाने के बाद जन्तुओं और वनस्पतियों के ये अवशेष धीरे-धीरे तलछट के नीचे दबकर एकत्रित हो जाते हैं। इस कारण इन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पाती। तलछट के आवरण की वजह से जीव अवशेषों का ऑक्सीकरण और विघटन नहीं हो पाता। तलछट के भार की वजह से इन अवशेषों में से पानी और अन्य वाष्पजन्य पदार्थ निचुड़कर बाहर निकल आते हैं। अन्त में जीवाश्म ईंधन का निर्माण हो जाता है।
As a result of various natural events, about millions of years ago, many animals and plants were buried under the earth's surface. Fossil fuels have been formed from the remains of animals and plants buried deep in the earth's surface for millions of years. For many years the remains of plants and animals remain buried under the surface of the earth. After the passage of millions of years, these remains of animals and plants gradually get buried under the sediments. Due to this, oxygen is not available to them. Oxidation and decomposition of living organisms does not take place due to the cover of sediments. Due to the weight of the sediment, water and other vaporous material from these remains are squeezed out. In the end, fossil fuels are formed.
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I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
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