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बाढ़ आपदा क्या है? | कारण एवं रोकथाम || What Is A Flood Disaster? | Causes And Prevention

बाढ़ आपदा (Flood Disaster)

बाढ़ एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है जो अति वृष्टि के कारण उत्पन्न होती है। अत्यधिक वर्षा अथवा बाँध व तटबन्ध टूट जाने की वजह से नदी के सामान्य जल स्तर में वृद्धि हो जाती है। इसके फलस्वरुप निकटवर्ती भू-भाग जलमग्न होने लगता है। भूकम्प या भू-स्खलन की वजह से नदी का मार्ग अचानक परिवर्तित हो जाता है। कई बार इस कारण भी बाढ़ आ जाती है। इससे जन-धन की अत्यधिक हानि होती है। भारत में हर वर्ष अनेक क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। बिगड़ते पर्यावरण की वजह से बाढ़ की विभीषिकाओं में वृद्धि हो रही है। सामान्यतः नदी घाटियों के निकट जनसंख्या का जमाव सर्वाधिक होता है। इस कारण बाढ़ आरे पर विशाल जनसमूह प्रभावित होता है। भारत में 400 लाख हेक्टेयर क्षेत्र, बाढ़ की आशंका वाला माना गया है।

Flood is a natural calamity that occurs due to excessive rainfall. The normal water level of the river rises due to excessive rainfall or breaking of dams and embankments. As a result, the surrounding land area starts getting submerged. The course of a river suddenly changes due to an earthquake or landslide. Sometimes this also causes floods. This causes huge loss of public money. Every year many areas in India come under the grip of floods. The threat of floods is increasing due to the deteriorating environment. Generally, the concentration of population is maximum near the river valleys. Due to this a huge mass of people are affected at Flood Aarey. An area of ​​400 lakh hectares in India is considered flood prone.

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क्रिस्टलीय ठोस और अक्रिस्टलीय ठोस क्या होते हैं? | What Are Crystalline Solids And Amorphous Solids?

पौधों की संख्या में अत्यधिक कमी होने की वजह से भी पृथ्वी की आंतरिक परत ढीली पड़ती जा रही है। मिट्टी का कटाव होने के कारण पानी के बहाव से करोड़ों टन मिट्टी नदी की तलहटी में जमा होते जा रही हैं। इसके फलस्वरुप नदियाँ उथली पड़ती जा रही हैं। नदियों द्वारा पानी ले जाने की क्षमता कम होते जा रही है। इस कारण बहाव का पानी किनारों से फैलकर आबादी वाले क्षेत्रों में फैल जाता है। इससे जन, माल व धन की बर्बादी होती है। बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से जनमानस बहुत प्रभावित होता है। इसके फलस्वरूप भुखमरी, बीमारियाँ जैसी विभीषिकायें उत्पन्न हो जाती हैं। समाज को आर्थिक रूप से संकटों से जूझना पड़ता है। उचित प्रबंधन विधियों को अपनाकर ही बाढ़ जैसी विभीषिका से बचा जा सकता है।

Due to the extreme decrease in the number of plants, the inner layer of the earth is also getting loose. Due to soil erosion, crores of tonnes of soil are getting deposited in the river bed due to the flow of water. As a result, the rivers are becoming shallow. The water carrying capacity of rivers is decreasing. Due to this, the runoff water spreads from the banks to the populated areas. This results in wastage of people, goods and money. People are greatly affected due to natural calamities like floods. As a result of this, fears like starvation, diseases arise. Society has to deal with financial difficulties. Disasters like floods can be avoided only by adopting proper management methods.

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बाढ़ आपदा के कारण (Due To Flood Disaster)

भारत, विश्व के प्रमुख बाढ़ प्रभावित उष्ण-कटिबन्धीय देशों में से एक है। बाढ़ आने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं–
1. नदियों के ऊपरी हिस्सों में घनी वर्षा का होना।
2. नदियों में जल का तेज प्रवाह से बहना।
3. नदियों में मिट्टी तथा अन्य अवसादों का जमते रहना। इससे नदियाँ छिछली हो जाती हैं। फलस्वरुप जल अनियन्त्रित होकर बहने लगता है।
4. नदियों के उद्गम तथा पहाड़ी भागों में अनियमित रूप से वृक्षों को नष्ट किये जाने से भी बाढ़ आती है। वृक्षों के कट जाने से वर्षा का जल भूमि में सिक्त नहीं हो पाता। इस कारण जल तेजी से ढालों की ओर बहकर बाढ़ की स्थिति पैदा कर देता है।
5. नदियों के किनारे की भूमि पर मानव का असीमित अतिक्रमण होने से भी बाढ़ आ जाती है। अत्यधिक अतिक्रमण होने से भी जल बाढ़ का रूप ले लेता है।
6. तटीय भागों में चक्रवातों एवं भीषण तूफानों की वजह से सामुद्रिक जल, स्थल के भागों को आवृत कर लेता है।
7. खेती तथा सिंचाई किये जाने वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त जल की निकासी की अपर्याप्त व्यवस्था होने से भी बाढ़ आ जाती है।
8. नदियों के मार्गों में परिवर्तन होने और उनमें घुमाव होने से भी बाढ़ आ जाती है।

India is one of the major flood affected tropical countries of the world. Following are the main causes of floods–
1. Heavy rainfall in the upper reaches of the rivers.
2. Rapid flow of water in rivers.
3. Solidification of soil and other sediments in rivers. Due to this the rivers become shallow. As a result water starts flowing uncontrollably.
4. Floods also occur due to the origin of rivers and the destruction of trees irregularly in the hilly areas. Due to the cutting of trees, the rain water does not get soaked in the land. Due to this the water flows rapidly towards the slopes and creates a situation of flood.
5. Due to unlimited human encroachment on the land on the banks of rivers, floods also happen. Due to excessive encroachment, water also takes the form of flood.
6. Due to cyclones and severe storms in the coastal parts, the sea water covers the parts of the land.
7. Inadequate system of drainage of excess water in cultivated and irrigated areas also causes floods.
8. Changes in the course of rivers and their diversion also cause floods.

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बाढ़ आपदा को रोकने के उपाय (Measures To Prevent Flood Disaster)

बाढ़ को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय काम में लाये जा सकते हैं–
1. मध्य भारतीय नदियों की बाढ़ को रोकने के लिए तालाबों और बाँधों का निर्माण करना चाहिए।
2. नदियों के पार्श्ववर्ती हिस्सों में फैलने वाले जल को रोकने के लिए किनारों पर तट बाँध का निर्माण करना चाहिए।
3. नदियों के ऊपरी हिस्सों में वर्षा के जल और मिट्टी के क्षरण की रोकथाम करने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए।
4. बाढ़ से सम्बन्धित आवश्यक सूचनाओं को प्राप्त कर महत्वपूर्ण भविष्यवाणियाँ करनी चाहिए।

The following measures can be used to prevent floods–
1. Ponds and dams should be constructed to prevent floods of Central Indian rivers.
2. In order to stop the spilling of water in the banks of rivers, bank dams should be constructed on the banks.
3. To check rain water and soil erosion in the upper reaches of rivers, more and more tree plantation should be done.
4. Important predictions should be made by obtaining necessary information related to floods.

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1. भगवान शिव और विष्णु को समर्पित भारत के हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण मंदिर– Part-1 | List Of Important Hindu Temples In India
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4. भारतवर्ष के महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थस्थल | Important Buddhist Pilgrimage Sites Of India
5. भारत के महत्वपूर्ण जैन तीर्थस्थल | Important Jain Pilgrimage Sites In India

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com

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