पर्यावरण पर आधुनिक कृषि के प्रभाव | Effects of Modern Agriculture On The Environment
आधुनिक कृषि (Modern Agriculture)
प्राचीन काल से ही भारत में कृषि करने तरीकों में लगातार परिवर्तन होता रहा है। वर्तमान में तीव्र गति से जनसंख्या वृद्धि हो रही है। इस कारण खाद्यान्न में भी कमी हो रही है। फलस्वरुप देश में कृषि के परम्परागत तरीकों को त्यागकर नये आधुनिक तरीकों को अपनाया गया है। प्रति एकड़ उपज में वृद्धि करने के लिए गहन कृषि रीति का उपयोग किया जा रहा है। वन भूमि और अन्य खाली भूमियों का प्रयोग भी कृषि करने के लिए किया जा रहा है। इससे कृषि उत्पादन में तो वृद्धि हो रही है। साथ ही साथ पर्यावरण प्रदूषण भी हो रहा है। गहन कृषि के फलस्वरुप भू-उत्पादकता और भू-जल स्तर में निरन्तर कमी हो रही है। कृषि क्षेत्र का विस्तार हो रहा है, लेकिन वन एवं चारागाह क्षेत्र कम होते जा रहे हैं। कृषि उत्पादकता में वृद्धि करने के लिए रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग किया जा रहा है। इससे पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। अतः स्पष्ट है कि आधुनिक कृषि के लाभ होने के साथ-साथ कई दुष्परिणाम भी हैं।
Since ancient times, there has been a continuous change in the methods of doing agriculture in India. Presently the population is increasing at a rapid pace. Due to this there is also a shortage in food grains. As a result, leaving the traditional methods of agriculture in the country, new modern methods have been adopted. Intensive farming practices are being used to increase the yield per acre. Forest land and other vacant lands are also being used for agriculture. Due to this agricultural production is increasing. At the same time there is also environmental pollution. As a result of intensive agriculture, there is a continuous decrease in the land productivity and ground water level. Agriculture is expanding, but forest and pasture areas are decreasing. Chemical fertilizers are being used to increase agricultural productivity. Due to this the environment is also getting polluted. So it is clear that along with the benefits of modern agriculture, there are many side effects as well.
सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.)
वन क्या है? | वनों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ || What Is Forest? | Direct And Indirect Benefits Of Forests
आधुनिक कृषि के दुष्परिणाम (Side Effects Of Modern Agriculture)
आधुनिक कृषि के कुछ दुष्परिणाम निम्नलिखित हैं–
1. कीटनाशकों का निरन्तर उपयोग होने से कृषि संरक्षक जीव नष्ट होते जा रहे हैं।
2. उर्वरकों और कीटनाशकों वाले खाद्यान्न को ग्रहण करने से मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
3. जल प्रदूषित हो रहा है।
4. पक्षियों जैसे-गिद्ध, चीलों आदि की संख्या में कमी हो रही है।
5. बाँध निर्माण और नहरों के माध्यम से सिंचाई करने की वजह से भूमि में क्षार फैल रहा है। इससे भूमि का बंजर हो रही है। दलदलों में वृद्धि हो रही है।
6. जल एकत्रीकरण अथवा जल क्रान्ति की समस्या उत्पन्न हो रही है।
7. नहर किनारे वाष्पीकरण के फलस्वरूप नमक की परत जम जाती है।
8. कृषि क्षेत्र के विस्तार के कारण वन क्षेत्रों में कमी हो रही है। इससे वन्य प्राणी एवं पक्षी बेघर हो हो रहे हैं।
9. वनोपजों में कमी हो रही है। इससे आदिवासी समाज के लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं।
10. मिट्टी का कटाव हो रहा है और अल्प वर्षा हो रही है।
11. रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग के कारण जल प्रदूषण, भूमि प्रदूषण आदि हो रहे हैं। प्राकृतिक उर्वरता में कमी हो रही है।
The following are some of the ill effects of modern agriculture–
1. Due to the continuous use of pesticides, the conservation organisms of agriculture are getting destroyed.
2. Consumption of food grains containing fertilizers and pesticides has adverse effect on human health.
3. Water is getting polluted.
4. The number of birds like vultures, eagles etc. is decreasing.
5. Due to the construction of dams and irrigation through canals, alkali is spreading in the land. Due to this the land is becoming barren. The swamps are increasing.
6. The problem of water aggregation or water revolution is arising.
7. The salt layer gets deposited as a result of evaporation along the canal.
8. Due to expansion of agricultural area, forest areas are decreasing. Due to this wild animals and birds are becoming homeless.
9. There is a decrease in forest produce. Due to this people of tribal society are migrating to the cities.
10. Soil erosion is taking place and there is scanty rainfall.
11. Water pollution, land pollution etc. are happening due to the use of chemical fertilizers. Natural fertility is declining.
सामान्य ज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of General Knowledge.)
हरित क्रान्ति क्या है? | हरित क्रान्ति की विशेषताएँ || What Is Green Revolution? | Features Of Green Revolution
आधुनिक कृषि के दुष्परिणामों से बचने के उपाय (Measures To Avoid The Ill Effects Of Modern Agriculture)
निम्नलिखित उपायों को अपनाकर आधुनिक कृषि के दुष्परिणामों से बचा जा सकता है–
1. रासायनिक कीटनाशकों के प्रयोग के बजाय जैविक जीवनाशक का प्रयोग करना चाहिए। उदाहरण के लिए नीम, नीम तेल, तुलसी अर्क, हींग, हल्दी घोल आदि।
2. रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए। उदाहरण के लिए केंचुए, गोबर खाद, कृषि अपशिष्ट आदि की खाद का प्रयोग करना चाहिए।
3. अत्यधिक कृषि क्षेत्र विस्तार और पशुचारण को नियंत्रित करना चाहिए।
4. बाँध एवं नहर आदि के द्वारा सिंचाई के स्थान पर वर्षा जल का समुचित संग्रहण कर सिंचाई की व्यवस्था करना चाहिए।
Effects of modern agriculture can be avoided by adopting the following measures–
1. Bio-pesticides should be used instead of chemical pesticides. For example neem, neem oil, tulsi extract, asafoetida, turmeric solution etc.
2. In place of chemical fertilizers, organic manure should be used. For example, manure of earthworms, cow dung, agricultural waste etc. should be used.
3. Excessive agricultural area expansion and pastoralism should be controlled.
4. At the place of irrigation through dams and canals etc., arrangements should be made for irrigation by collecting rain water properly.
रसायन विज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Chemistry.)
1. अम्ल एवं क्षारक के रासायनिक गुणधर्म | Chemical Properties Of Acids And Bases
2. अम्ल, क्षारक, सूचक एवं लिटमस पत्र | Acid, Base, Indicator And Litmus Paper
3. जलीय विलयन में अम्ल या क्षारक– उदासीनीकरण अभिक्रिया एवं तनुकरण | Acid Or Base In Aqueous Solution- Neutralization Reaction And Dilution
4. विलयन की अम्लता या क्षारीयता– pH पैमाना | Acidity Or Alkalinity Of A Solution– pH Scale
5. व्यवहारिक जीवन में pH पैमाना | pH Scale In Practical Life
भौतिक विज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Physics.)
1. पेट्रोलियम परिष्करण का प्रभाजी आसवन | Fractional Distillation Of Petroleum Refining
2. सम्पीडित प्राकृतिक गैस | Compressed Natural Gas (CNG)
3. द्रव पेट्रोलियम गैस | Liquefied Petroleum Gas (LPG)
4. दहन और ज्वलन ताप | Combustion And Ignition Temperature
5. ईंधन का ऊष्मीय मान या कैलोरी मान | Calorific Value Of Fuel
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
Comments