प्राचीन भारत के राजाओं के जीवन पर लिखी गई पुस्तकें
प्राचीन भारत के राजाओं के जीवन पर लिखी गई प्रमुख पुस्तकें निम्नलिखित हैं–
1. अष्टाध्यायी
2. महाभाष्य
3. मुद्राराक्षस
4. बृहत्कथामंजरी
5. कथासरित्सागर
6. अर्थशास्त्र
7. नीतिसार
8. मृच्छकटिकम्
9. मालविकाग्निमित्रम्
10. हर्षचरित
11. रामचरित
12. पृथ्वीराज रासो
13. राजतरंगिणी।
इतिहास के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of History.)
1. प्राचीन भारत के पुरातात्विक स्त्रोत 'वेद'– ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद
2. प्राचीन भारत के ऐतिहासिक स्त्रोत– ब्राह्मण ग्रंथ, वेदांग, सूत्र, महाकाव्य, पुराण
3. प्राचीन भारत का इतिहास जानने के साहित्यिक स्त्रोत– बौद्ध साहित्य और जैन साहित्य
अष्टाध्यायी
यह एक व्याकरण ग्रंथ है। इसकी रचना 'पाणिनी' ने की थी।
महाभाष्य
यह अष्टाध्यायी पर टीका है। इसकी रचना महर्षि पतंजलि ने की थी। इस ग्रंथ से पुष्यमित्र शुंग के विषय में जानकारी प्राप्त होती है।
मुद्राराक्षस
इसकी रचना विशाखदत्त ने की थी। इस ग्रंथ से मौर्य काल के विषय में जानकारी मिलती है।
बृहत्कथामंजरी
इसकी रचना क्षेमेंद्र ने की थी। इस ग्रंथ से मौर्य काल के विषय में पर्याप्त जानकारी मिलती है।
इतिहास के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of History.)
1. प्राचीन भारतीय इतिहास जानने के स्त्रोत | पुरातात्विक स्त्रोत और साहित्यिक स्त्रोत || Sources To Know Ancient Indian History
2. मगध का हर्यक वंश– बिम्बिसार, अजातशत्रु, उदायिन, नागदशक
3. मगध का नन्द वंश– महापद्मनन्द, धनानन्द
4. अभिलेख क्या होते हैं? | प्राचीन भारत के प्रमुख अभिलेख
5. प्राचीन भारत के पुरातात्विक स्त्रोत– अभिलेख, स्मारक, भवन, सिक्के, मूर्तियाँ, चित्रकला, मुहरें
कथासरित्सागर
इसकी रचना सोमदेव ने की थी। इससे मौर्य काल के बारे में जानकारी मिलती है।
अर्थशास्त्र
इसकी रचना कौटिल्य ने की थी। इस ग्रंथ का विषय राजनीति है। इस ग्रंथ में मौर्य काल का वर्णन किया गया है। साथ ही चंद्रगुप्त मौर्य की शासन व्यवस्था का उल्लेख किया गया है।
नीतिसार
इसकी रचना कामंदक ने की थी। इस ग्रंथ में गुप्तकालीन राजतंत्र का उल्लेख किया गया है।
मृच्छकटिकम्
इसकी रचना शूद्रक ने की थी। इस ग्रंथ में गुप्तकालीन समाज का वर्णन किया गया है।
इतिहास के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of History.)
1. चक्रवर्ती सम्राट राजा भोज | Chakravarti Samrat Raja Bhoj
2. समुद्रगुप्त और नेपोलियन के गुणों की तुलना | Comparison Of The Qualities Of Samudragupta And Napoleon
3. भारतीय इतिहास के गुप्त काल की प्रमुख विशेषताएँ | Salient Features Of The Gupta Period Of Indian History
4. आर्य समाज- प्रमुख सिद्धांत एवं कार्य | Arya Samaj - Major Principles And Functions
5. सम्राट हर्षवर्धन एवं उनका शासनकाल | Emperor Harshavardhana And His Reign
मालविकाग्निमित्रम्
इसकी रचना कालिदास ने की थी। इससे शुंग काल के बारे में जानकारी मिलती है।
हर्षचरित
इसकी रचना बाणभट्ट ने की थी। इसमें सम्राट हर्षवर्धन की उपलब्धियों का वर्णन किया गया है।
रामचरित
इसकी रचना संध्याकर नन्दी ने की थी। यह बंगाल के शासक रामपाल की जीवनकथा है।
पृथ्वीराज रासो
इसमें पृथ्वीराज चौहान की उपलब्धियों का वर्णन किया गया है। इस ग्रंथ की रचना चन्दबरदाई ने की थी।
राजतरंगिणी
इसकी रचना कल्हण ने की थी। इसमें कश्मीर के राजवंशों की क्रमबद्ध जानकारी दी गई है। इसमें संस्कृत साहित्य में ऐतिहासिक घटनाएँ लिखी गई हैं। इसमें आदिकाल से लेकर 1151 ईस्वी के आरम्भ तक के कश्मीर के प्रत्येक शासक के काल के घटनाओं का क्रमानुसार वर्णन किया गया है।
इतिहास के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of History.)
1. चक्रवर्ती सम्राट राजा भोज | Chakravarti Samrat Raja Bhoj
2. समुद्रगुप्त और नेपोलियन के गुणों की तुलना | Comparison Of The Qualities Of Samudragupta And Napoleon
3. भारतीय इतिहास के गुप्त काल की प्रमुख विशेषताएँ | Salient Features Of The Gupta Period Of Indian History
4. आर्य समाज- प्रमुख सिद्धांत एवं कार्य | Arya Samaj - Major Principles And Functions
5. सम्राट हर्षवर्धन एवं उनका शासनकाल | Emperor Harshavardhana And His Reign
"भारतीय कला एवं संस्कृति" के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of "Indian Art and Culture".)
1. भारतवर्ष में आधुनिक वास्तुकला― पुर्तगाली प्रभाव और फ्रांसीसी प्रभाव | Modern Architecture In India― Portuguese Influence And French Influence
2. इंडो-गॉथिक शैली और नव रोमन शैली | Indo-Gothic Style And Neo Roman Style
3. हड़प्पा सभ्यता से प्राप्त मृद्भाण्ड एवं आभूषण | Pottery And Jewelery From Harappan Civilization
4. मुगल वास्तुकला― जहाँगीर, शाहजहाँ (ताजमहल), औरंगजेब | Mughal Architecture― Jahangir, Shah Jahan (Taj Mahal), Aurangzeb
5. वास्तुकला की राजपूत शैली व शिख शैली तथा अवध वास्तुकला | Rajput Style And Sikh Style Of Architecture And Awadh Architecture
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
Comments