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प्राचीन काल में भारत आने वाले चीनी यात्री– फाहियान, ह्वेनसांग, इत्सिंग

  • BY:
     RF competition
  • Posted on:
    July 23, 2022

चीनी यात्री एवं उनके विवरण

भारत का प्राचीन इतिहास जानने के स्रोतों में चीनी यात्रियों के यात्रा-वृत्तान्तों का महत्वपूर्ण स्थान है। भारत आने वाले चीनी यात्री बौद्ध मतानुयायी थे। इन्होंने भारत में बौद्ध तीर्थ स्थानों की यात्राएँ की। साथ ही इन्होंने बौद्ध धर्म के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त की। चीन से भारत आने वाली प्रमुख यात्री निम्नलिखित हैं–
1. फाहियान
2. ह्वेनसांग
3. इत्सिंग।

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प्राचीन भारत के बारे में यूनान और रोम के लेखकों ने क्या लिखा?

फाहियान

फाहियान पाँचवी सदी के प्रारम्भ में भारत आया था। यह गुप्त वंश के शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के शासनकाल में आया था। इसने अपने विवरण में भारतीय समाज व संस्कृति तथा यहाँ की आर्थिक स्थिति के विषय में जानकारी दी है।

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प्राचीन भारत के राजाओं के जीवन पर लिखी गई पुस्तकें

ह्वेनसांग

ह्वेनसांग सातवीं सदी के दौरान सम्राट हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत आया था। इसने 'सी-यू-की' नामक ग्रंथ की रचना की थी।

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प्राचीन भारत का इतिहास जानने के साहित्यिक स्त्रोत– बौद्ध साहित्य और जैन साहित्य

इत्सिंग

इत्सिंग सातवीं सदी के अन्त में भारत आया था। इसने नालन्दा विश्वविद्यालय और विक्रमशिला विश्वविद्यालय की यात्राएँ की। इसने अपने विवरण में इन विश्वविद्यालयों के विषय में जानकारी दी है। साथ ही तत्कालीन भारतवर्ष का वर्णन किया है।

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1. प्राचीन भारतीय इतिहास जानने के स्त्रोत | पुरातात्विक स्त्रोत और साहित्यिक स्त्रोत || Sources To Know Ancient Indian History
2. मगध का हर्यक वंश– बिम्बिसार, अजातशत्रु, उदायिन, नागदशक
3. मगध का नन्द वंश– महापद्मनन्द, धनानन्द
4. अभिलेख क्या होते हैं? | प्राचीन भारत के प्रमुख अभिलेख
5. प्राचीन भारत के पुरातात्विक स्त्रोत– अभिलेख, स्मारक, भवन, सिक्के, मूर्तियाँ, चित्रकला, मुहरें
6. प्राचीन भारत के पुरातात्विक स्त्रोत 'वेद'– ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद
7. प्राचीन भारत के ऐतिहासिक स्त्रोत– ब्राह्मण ग्रंथ, वेदांग, सूत्र, महाकाव्य, पुराण



आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
(I hope the above information will be useful and important. )
Thank you.

R. F. Tembhre
(Teacher)
pragyaab.com

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