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नवीकरणीय और अनवीकरणीय संसाधन | Renewable And Non-renewable Resources

समाप्यता के आधार पर संसाधनों को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है–
1. नवीकरण योग्य संसाधन
2. अनवीकरण योग्य संसाधन।

On the basis of availability, resources can be classified into two parts–
1. Renewable Resource
2. Non-renewable resource.

भूगोल के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Geography.)
जैव और अजैव संसाधन | Biotic And Abiotic Resources

नवीकरण योग्य संसाधन (Renewable Resources)

वे संसाधन जिन्हें भौतिक, रासायनिक अथवा यांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से पुनः उत्पन्न किया जा सकता है, नवीकरण योग्य संसाधन कहलाते हैं। इन संसाधनों का नवीकरण किया जा सकता है। अर्थात् ये पुनः पूर्ति योग्य संसाधन होते हैं।
उदाहरण– पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, वन, जल, वन्य जीव आदि।
नवीकरणीय संसाधनों को भी दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है–
1. सतत् संसाधन
2. प्रवाह संसाधन।

Those resources which can be regenerated through physical, chemical or mechanical processes are called renewable resources. These resources can be renewed. That is, they are replenishable resources.
Example– wind energy, solar energy, forest, water, wildlife etc.
Renewable resources can also be classified into two parts–
1. Sustainable Resources
2. Stream Resources.

भूगोल के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Geography.)
संसाधन किसे कहते हैं? | संसाधनों के प्रकार || Who Are The Resources?

अनवीकरण योग्य संसाधन (Non-renewable Resources)

वे संसाधन जिनका विकास एक लम्बे भू-वैज्ञानिक अंतराल में होता है, अनवीकरण योग्य संसाधन कहलाते हैं। इन संसाधनों के निर्माण के लिए लाखों वर्ष लग जाते हैं। ये संसाधन एक या अधिक बार प्रयोग करने के पश्चात् समाप्त हो जाते हैं।
उदाहरण– खनिज, जीवाश्म ईंधन, धातुएँ, कोयला, पेट्रोलियम आदि।
अनवीकरणीय संसाधनों को भी दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है–
1. चक्रीय संसाधन– इन संसाधनों का पुनः चक्रण किया जा सकता है। जैसे- धातुएँ आदि।
2. अचक्रीय संसाधन– इन संसाधनों का पुनः चक्रण नहीं किया जा सकता है। जैसे- जीवाश्म ईंधन। ये संसाधन एक बार प्रयोग करने के पश्चात् समाप्त हो जाते हैं।

The resources which develop over a long geological interval are called non-renewable resources. These resources take millions of years to build up. These resources get exhausted after one or more use.
Examples– Minerals, Fossil Fuels, Metals, Coal, Petroleum etc.
Non-renewable resources can also be classified into two parts–
1. Recyclable Resources– These resources can be recycled. Like- metals etc.
2. Non-recyclable resources– These resources cannot be recycled. For example, fossil fuels. These resources expire once they are used.

भूगोल के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Geography.)
भारत में मैंग्रोव वन | Mangrove Forest In India

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com

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