पर्यावरण और पारिस्थितिकी | Environment and Ecology
पर्यावरण
पर्यावरण वह सभी जैविक तथा अजैविक अवयवों का सम्मिश्रण है, जो पृथ्वी और उस पर रहने वाले जैविक तत्त्वों को घेरे हुए हैं।
पर्यावरण के संघटक मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं-
1. भौतिक संघटक
2. जैविक संघटक
3. ऊर्जा संघटक।
1. भौतिक संघटकों के अन्तर्गत स्थल, वायु एवं जल शामिल हैं।
2. जैविक संघटकों में जीवित प्राणी एवं पादप सम्मिलित हैं।
3. ऊर्जा संघटकों में गौणत: भूतापीय ऊर्जा शामिल है।
मुख्यतः सौर्य ऊर्जा जैवमण्डल पृथ्वी, जल तथा वायुमण्डल का वह भाग है, जिसके भीतर छोटे-छोटे पारितन्त्र कार्य करते हैं। जैवमण्डल के तीन घटक हैं-स्थलमण्डल, जलमण्डल और वायुमण्डल।
पारिस्थितिकी
1. पर्यावरण व जीवों के बीच पारस्परिक क्रियाओं के अध्ययन को पारिस्थितिकी कहा जाता है। पारिस्थितिकी शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग अर्नेस्ट हैकेल ने 1869 ई. में किया था।
2. पारिस्थितिकी-तन्त्र का सर्वप्रथम प्रयोग ए जी टांसले ने वर्ष 1935 में किया था। किसी क्षेत्र के भौतिक पर्यावरण तथा उसमें रहने वाले जीवों के बीच पारस्परिक अन्तर्सम्बन्ध, पारिस्थितिकी तन्त्र (Eco system) कहलाती है।
3. पारिस्थितिकी तन्त्र के मुख्यतया दो घटक होते हैं-
1. जैविक
2. अजैविक।
1. जैविक घटक के अन्तर्गत उत्पादक, उपभोक्ता एवं अपघटक शामिल हैं।
2. अजैविक घटक के अन्तर्गत प्रकाश, वर्षा, तापमान जैसे भौतिक कारक शामिल हैं।
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(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com
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