An effort to spread Information about acadamics

Blog / Content Details

विषयवस्तु विवरण



इकाई 1 संचार कौशल (Communication skills) व्यावसायिक शिक्षा कक्षा 11 वी (प्रश्र उत्तर सहित) सत्र 1

सत्र 1— संचार का परिचय (Introduction to Communication)

संभवतया आपने लोगों को हमेशा संचार के बारे में बातें करते सुना होगा। प्रत्येक को इसकी आवश्यकता होती है और ऐसा करना चाहता है, परंतु वास्तव में संचार क्या है? आइए इसे समझने का प्रयास करें।

संचार दो अथवा दो से अधिक लोगों के बीच अथवा किसी समूह में सामान्य समझ पहुंचाने के लिए सूचना का आदान-प्रदान करना है। 'संचार (Communication) शब्द लैटिन शब्द कम्युनिकेयर (communicare), से लिया गया है जिसका अर्थ है सूचनाओं का आदान-प्रदान करना।

संचार का महत्व (Importance of communication)

स्पष्ट रूप से संचार करने और विचारों अथवा भावनाओं तथा भावों का आदान-प्रदान करने की आपकी योग्यता अन्य लोगों के साथ आपके सभी रिश्तों को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगी। एक छात्र के रूप में, आप किसी भी भाषा का अध्ययन कर सकते हैं, परंतु यह महत्वपूर्ण है कि समुचित रूप से संचार करने हेतु आप में पढने, लिखने, बोलने और ठीक से सुनने की योग्यता होनी चाहिए। एक से अधिक भाषाएं बोलने से आप को दुनिया भर के लोगों के साथ सम्प्रेषण (communicate) करने में मदद मिल सकती है। अंग्रेजी सीखने से आपको अंग्रेजी समझने वाले लोगों के साथ- साथ उस भाषा जिसे आपके परिवार में बोला जाता है उस भाषा, उदाहरण के लिए आपको अपनी मातृभाषा में अपने परिवार से भी संचार करने में सुविधा होगी।

संचार कौशलों की आवश्यकता—

(क) सूचित करना— उदाहरण के लिए, बैठक के समय के बारे में बातचीत करना।

(ख) प्रभाव डालना (Influence)— उदाहरण के लिए, मूल्य कम करने के लिए दुकानदार से मोलभाव।

(ग) भावनाओं को व्यक्त करना— उदाहरण के लिए, यह कहना या दिखाना कि आप अपनी सफलता के बारे में या किसी दिए गए कार्य के बारे में उत्साहित हैं।

संचार के तत्व (Elements of communication)

संचार सूचनाओं का दो तरफा आदान प्रदान है, अर्थात देना और प्राप्त करना। किसी को बोलना अथवा लिखना, उसे सूचना देने का उदाहरण है। पढ़ना अथवा किसी की बात को सुनना सूचना प्राप्त करने के उदाहरण हैं।

संचार के स्वरूप (Perspectives in communication)

स्वरूप विचार, दृष्टिकोण अथवा विचार करने के लिए निश्चित तरीके होते हैं। ये कभी कभी हमारे संचार को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपने पहले से ही यह धारणा बना रखी है कि आपके शिक्षक अथवा पिता सख्त है, हालांकि वे मित्र की तरह होते हैं, आप ऐसा सोच सकते हैं क्योंकि वे आपको डांटते हैं। इसी प्रकार से, अन्य लोग भी आपके बारे में पूर्वधारणा रख सकते हैं, इससे वह सब प्रभावित होता है जो कुछ भी आप उनसे कहते हैं।

संचार के स्वरूपों को प्रभावित करने वाले कारक (Factors affecting perspectives in communication)

संचार के स्वरूपों को प्रभावित करने वाले कारक
——कारक——कारक किस प्रकार से बाधक हो सकते हैं

(क) भाषा— गलत शब्दों, अपरिचित भाषा के उपयोग और विवरण की कमी के मामले में भाषा उस संदेश के संचार में बाधक के रूप में काम कर सकती है जिसे कोई व्यक्ति संचार करना चाहता है। उदाहरण के लिए, भाषा उस समय बाधक बनती है जब एक भारतीय जो केवल हिंदी जानता है और एक चीनी नागरिक जो केवल मन्दारिन भाषा जानता है, एक दूसरे से बातचीत करना चाहते हैं।

(ख) दृश्य अनुभूति— लोगों या परिस्थितियों को दिखावट के आधार पर परखना कि वे कैसे दिखाई देते हैं।
उदाहरण के लिए, फटे कपड़े पहनने वाला आदमी गरीब है।

(ग) पूर्व अनुभव (Past Experience)— हमारे पिछले अनुभवों की यादें हमें समझने अथवा संचार को स्पष्ट रूप से सम्प्रेषित करने से रोकते हैं।
उदाहरण के लिए, इस दुकानदार ने पिछली बार हमें लूटा था। मुझे सावधान रहना चाहिए।

(घ) पूर्वधारणा (Prejudice)— पूर्व निर्धारित विचार, जैसे कि यह सोचना कि "कक्षा में मुझे कोई पसंद नहीं करता" यह धारणा किसी भी छात्र को कक्षा में सार्वजनिक रूप से संचार करने से रोक सकती है।

(च) भावनाएं (Feelings)— हमारी भावनाएं और भाव, जैसे कि रुचि की कमी अथवा अन्य लोगों पर भरोसा न करना संचार को प्रभावित करते हैं।
उदाहरण के लिए, "मैं दुखी हूं। मुझसे बात नहीं करें"।

(छ) पर्यावरण (Environment)— आस-पास शोर अथवा उपद्रव होने से संचार मुश्किल बन सकता है।
उदाहरण के लिए, सड़क पर चलते समय बोलना।

(ज) व्यक्तिगत कारक (Personal factors)— आपकी अपनी भावनाएं, आदतें और सोचने के तरीके शामिल किए जाते हैं
(उदाहरण के लिए, डर और आत्मविश्वास में कमी) संचार को मुश्किल बना सकते हैं।

(झ) संस्कृति (Culture)— संकेत, जिनके अलग- अलग संस्कृतियों में अलग अलग अर्थ होते हैं, जैसे कि कुछ लोगों के लिए अंगूठा दिखाने का अर्थ है 'बढ़िया काम' परंतु कुछ लोगों के लिए यह अपमानजनक हो सकता है।

प्रभावी संचार (Effective communication)

प्रभावी संचारतभी संभव है जब हम व्यावहारिक संचार कौशलों के मूलभूत सिद्धांतों का अनुपालन करेंगे। इन्हें 7 सी अर्थात स्पष्ट, संक्षिप्त, यथार्थपूर्ण, ठीक, सुसंगत, पूर्ण और शिष्ट(Clear, Concise, Concrete, Correct, Coherent, Complete and Courteous) के रूप में संक्षिप्त में बताया जा सकता है।

(1) स्पष्ट (Clear)— आप जो कहना चाहते हैं, उसके बारे में स्पष्ट रहें

(2) संक्षिप्त (Concise)— संक्षिप्त शब्दों का उपयोग करें और केवल वही कहें जो आवश्यक है

(3) यथार्थपूर्ण (Concrete)— यथार्थपूर्ण शब्दों और वाक्यांशों का उपयोग करें, तथ्य और चित्र का उपयोग करें

(4) ठीक (Correct)— सही वर्तनी, भाषा और व्याकरण का उपयोग करें

(5) सुसंगत(Coherent)— आपके शब्दों का अर्थ होना चाहिए और मुख्य विषय से संबंधित होना चाहिए

(6) पूर्ण (Complete)— आपके संदेश में सभी आवश्यक जानकारी होनी चाहिए

(7) शिष्ट (Courteous)— सम्मानजनक मित्रवत और ईमानदार रहें

संचार की कई विधियां हैं, गैर- शाब्दिक, शाब्दिक और दृश्य (non-verbal, verbal and visual)। हम अगले सत्र में इनके बारे में अधिक जानेंगे।

(क) बहु विकल्प प्रश्न नीचे दिए गए प्रश्न के सभी विकल्पों को सावधानीपूर्वक पढ़ें और सही विकल्प चुनें।

1. संचार का उद्देश्य क्या है?
(क)सूचित करें
(ख)प्रभाव डाले
(ग)सोच, विचारों, भावनाओं को साझा करें
(घ)उपरोक्त सभी
उत्तर — (घ)उपरोक्त सभी

2. प्रेषक से जानकारी प्राप्त करने के लिए निम्न में से किस विधि का उपयोग किया जाता है?
(क)सुनना
(ख)बोलना
(ग)कहना
(घ)लेखन
उत्तर — (क)सुनना

3. किस कार्रवाई से एक प्रेषक अपने संदेश भेज सकता है?
(क)सुनकर
(ख)बोलकर
(ग)सो कर
(घ)उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर — (ख)बोलकर

(ख) कॉलम का मिलान करें—

————कॉलम (A)———कॉलम (B)——


1. भाषा— (क) अपने मोबाइल पर आधिकारिक कॉल करना जहां मोबाइल फोन का रिसेप्शन खराब है।
2. भावनात्मक— (ख) किसी विदेशी देश में किसी व्यक्ति को गले लगाना जहां इस तरह का कृत्य असभ्य और अपमानजनक है।
3. पर्यावरण— (ग) हिंदी में बात करना जब अन्य लोग केवल जर्मन भाषा जानते हैं।
4. सांस्कृतिक— (घ) शिक्षक बहुत गुस्से में है और एक छात्र से किसी भी कारण को कमरे में आने देने के लिए तैयार नहीं है जो परीक्षा के लिए देर से आया।

उत्तर— 1. भाषा— (ग) हिंदी में बात करना जब अन्य लोग केवल जर्मन भाषा जानते हैं।
2. भावनात्मक— (घ) शिक्षक बहुत गुस्से में है और एक छात्र से किसी भी कारण को कमरे में आने देने के लिए तैयार नहीं है जो परीक्षा के लिए देर से आया।
3. पर्यावरण— (क) अपने मोबाइल पर आधिकारिक कॉल करना जहां मोबाइल फोन का रिसेप्शन खराब है।
4. सांस्कृतिक— (ख) किसी विदेशी देश में किसी व्यक्ति को गले लगाना जहां इस तरह का कृत्य असभ्य और अपमानजनक है।

ग. लघु उत्तर वाले प्रश्न
1. संचार में दृष्टिकोण को प्रभावित करने वाले सात कारकों को लिखें। उदाहरण देते हुए बताएं कि प्रत्येक कारक संचार को कैसे प्रभावित करता है।

उत्तर —(क) भाषा— गलत शब्दों, अपरिचित भाषा के उपयोग और विवरण की कमी के मामले में भाषा उस संदेश के संचार में बाधक के रूप में काम कर सकती है जिसे कोई व्यक्ति संचार करना चाहता है। उदाहरण के लिए, भाषा उस समय बाधक बनती है जब एक भारतीय जो केवल हिंदी जानता है और एक चीनी नागरिक जो केवल मन्दारिन भाषा जानता है, एक दूसरे से बातचीत करना चाहते हैं।

(ख) दृश्य अनुभूति— लोगों या परिस्थितियों को दिखावट के आधार पर परखना कि वे कैसे दिखाई देते हैं।
उदाहरण के लिए, फटे कपड़े पहनने वाला आदमी गरीब है।

(ग) पूर्व अनुभव (Past Experience)— हमारे पिछले अनुभवों की यादें हमें समझने अथवा संचार को स्पष्ट रूप से सम्प्रेषित करने से रोकते हैं।
उदाहरण के लिए, इस दुकानदार ने पिछली बार हमें लूटा था। मुझे सावधान रहना चाहिए।

(घ) पूर्वधारणा (Prejudice)— पूर्व निर्धारित विचार, जैसे कि यह सोचना कि "कक्षा में मुझे कोई पसंद नहीं करता" यह धारणा किसी भी छात्र को कक्षा में सार्वजनिक रूप से संचार करने से रोक सकती है।

(च) भावनाएं (Feelings)— हमारी भावनाएं और भाव, जैसे कि रुचि की कमी अथवा अन्य लोगों पर भरोसा न करना संचार को प्रभावित करते हैं।
उदाहरण के लिए, "मैं दुखी हूं। मुझसे बात नहीं करें"।

(छ) पर्यावरण (Environment)— आस-पास शोर अथवा उपद्रव होने से संचार मुश्किल बन सकता है।
उदाहरण के लिए, सड़क पर चलते समय बोलना।

(ज) व्यक्तिगत कारक (Personal factors)— आपकी अपनी भावनाएं, आदतें और सोचने के तरीके शामिल किए जाते हैं
(उदाहरण के लिए, डर और आत्मविश्वास में कमी) संचार को मुश्किल बना सकते हैं।

इस 👇 बारे में भी जानें।
1. इकाई 1 फूलों की खेती का परिचय (Introduction to Floriculture) कक्षा 11 वीं
2. इकाई 1 बागवानी का परिचय (Introduction to Horticulture) सत्र 1 बागवानी और इसका महत्व कक्षा 9 वीं
3. इकाई 1 संचार कौशल सत्र 2 मौखिक संचार (Verbal communication) कक्षा 11 वीं

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
pragyaab.com

  • Share on :

Comments

Leave a reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

कक्षा 9 वी अर्द्धवार्षिक परीक्षा, 2024-25 AGRICULTURE (Solanaceous Crop Cultivator) Solved question paper half yearly exam

दिए गए माॅडल प्रश्न पत्र में अर्द्धवार्षिक परीक्षा विषय—कृषि (सोलेनेशिएस क्रॉप कल्टीवेटर) कक्षा 9 वी का हल किया हुआ सटीक उत्तर शीट दी गई है।

Read more

इकाई 1 संचार कौशल (Communication skills) सत्र 2 मौखिक संचार (Verbal communication)

दिए गए भाग में व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत रोजगार कौशल के सत्र 2 मौखिक संचार (Verbal Communication) कक्षा 11 वीं के पाठ्यक्रम के सम्पूर्ण प्रश्न उत्तर सहित जानकारी दी गई है।

Read more

Follow us

subscribe